प्रस्तावित निजीकरण के खिलाफ विद्युतकर्मियों ने निकाला मशाल जुलूस।
अश्वनी उपाध्याय
गाज़ियाबाद। विद्युत विभाग के कर्मचारियों ने पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के प्रस्तावित निजीकरण के विरोध में मशाल जुलूस निकाल कर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। यह विरोध प्रदर्शन विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले किया गया। बिजलीकर्मियों का मशाल जुलूस मुख्य अभियंता कार्यालय से शुरू होकर कविनगर रामलीला मैदान में समाप्त हुआ। प्रदर्शन के दौरान बिजली कर्मियों ने केंद्र और प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
बिजली कर्मियों का कहना था कि सरकार की मंशा पूर्वांचल विद्युत वितरण लिमिटेड का निजीकरण करना है। बिजली कर्मचारी सरकार की इस मंशा को कभी भी पूरा नहीं होने देंगे। कॉरपोरेट घरानों को फायदा पहुंचाने के लिए केंद्र और प्रदेश सरकार द्वारा निजीकरण किया जा रहा है। निजीकरण उपभोक्ताओं के हित में नहीं है, इससे बिजली उपभोक्ताओं को काफी नुकसान होगा। इससे डिप्लोमा और इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों के भविष्य भी अंधकार में चला जाएगा।
बिजली कर्मियों का कहना था कि सरकार अगर उनकी मांगे नहीं मानती है, तो इसके खिलाफ बड़े स्तर पर आंदोलन होगा। केंद्रीय नेतृत्व ने 5 अक्टूबर से विद्युत सप्लाई पूरी तरह से बंद करने की तैयारी कर ली है। बिजली विभाग से संबंधित तमाम अधिकारी और कर्मचारियों के परिवार वाले भी इस लड़ाई में उनके साथ सड़कों पर उतरेंगे।
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