बृजेश केसरवानी
लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने कोरोना से जूझ रहे लोगों को बड़ी राहत दी है। सरकार ने प्राइवेट लैब में कोरोना टेस्ट के लिए लगने वाले शुल्क को कम कर दिया है। अब निजी लैब केवल 1600 रुपये ही वसूल सकेंगे, जबकि पहले यह राशि 2500 रुपये थी। सरकार ने गुरूवार को जारी आदेश में यह भी स्पष्ट किया है कि यदि प्राइवेट लैब निर्धारित शुल्क से ज्यादा वसूलते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि यदि निजी लैब द्वारा 1600 रुपये से ज्यादा शुल्क वसूलने की शिकायत मिलती है, तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अनलॉक की समीक्षा को लेकर एक उच्च स्तरीय बैठक की। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को पॉजिटिव मरीजों की कांटेक्ट ट्रेसिंग पर ज्यादा से ज्यादा ध्यान दिया जाये। CM ने कहा कि परीक्षण प्रयोगशालाओं को सभी COVID-19 मानदंडों का पालन करते हुए पूरी क्षमता के साथ काम करना चाहिए। राज्य में 1.49 लाख से अधिक COVID टेस्ट का संज्ञान लेते हुए योगी ने RTPCR और रैपिड एंटीजन टेस्ट में तेजी लाने को भी कहा।
इन जिलों पर ज्यादा ध्यान
सीएम ने लखनऊ, कानपुर नगर, गोरखपुर और प्रयागराज जिलों पर अतिरिक्त ध्यान देने और इन जिलों में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए कार्य योजना तैयार करने का निर्देश दिया। साथ ही उन्होंने प्रयागराज में COVID बेड बढ़ाने के भी आदेश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रयागराज में कुंभ के दौरान स्थापित इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (ICCC) को अब COVID कमांड और कंट्रोल सेंटर के रूप में इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
मरीजों को परेशानी न हो
सावधानी और सुरक्षा पर जोर देते हुए मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा कि COVID -19 के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए निरंतर अभियान चलाये जाने चाहिए। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि गंभीर रोगियों को अस्पतालों में भर्ती होने में कोई समस्या नहीं आनी चाहिए।
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