रवि मिश्रा
सूरत। शहर में पुलिस ने नवसारी पुलिस के साथ मिलकर मानव तस्करी का पर्दाफाश कर पलसाणा क्षेत्र की झिंगा फैक्ट्री से 6 नाबालिग समेत 30 लड़कियों को मुक्त कराया है। पुलिस को सूचना मिली थी कि सूरत के पलसाणा के पास माखीनगा गांव की झिंगा फैक्ट्री में झारखंड से लड़कियों को लाकर काम कराया जा रहा है, जिसमें नाबालिग भी शामिल हैं। सूचना के आधार पर नवसारी और सूरत पुलिस ने फैक्ट्री में छापा मारकर 6 नाबालिग 24 वयस्क युवतियों समेत कुल 30 लड़कियों को मुक्त करवाया और सूरत महिला सुरक्षा केन्द्र में भेज दिया। जांच में पता चला कि एक महीने पहले मंजूबेन नामक महिला झारखंड से लड़कियों को सिलाई काम सिखाने के लिए पलसाणा के माखीनगा गांव की झिंगा फैक्ट्री में लाई थी।
रूपल सोलंकी (डीवायएसपी-बारडोली) ने इस मामले की जानकारी देते हुए कहा कि पलसाणा में लायी गयी 30 युवतियों को ह्युमन ट्राफिकिंग के तहत लाये जाने की शिकायत झारखंड के पुलिस थाने में दर्ज हुयी थी। स्टेट पुलिस की सूचना से सूरत और नवसारी पुलिस ने संयुक्त ऑपरेशन को अंजाम देते हुए सभी युवतियों को सुरक्षित छुड़ा लिया है।झारखंड के रांची पुलिस थाने में मंजुदेवी नामक महिला के खिलाफ इन युवतियों को ले जाने की शिकायत दर्ज होने की सूचना गुजरात स्टेट कंट्रोल रुम को मिली थी। स्टेट कंट्रोल की सूचना के आधार पर सूरत और नवसारी पुलिस ने झींगा फेकटरी में छापा मारकर सभी 30 युवतियों को छुड़ाकर नारी सुरक्षा गृह सूरत में रखा गया है। इन युवतियों के साथ धोखाधड़ी करनेवाली मंजुबेन को गिरफ्तार किया गया।
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