कर्ज में डूबे श्रीराम पिस्टन के कर्मचारी ने की आत्महत्या, परिजनों का कहना है हुई हत्या।
अश्वनी उपाध्याय
गाजियाबाद। गाज़ियाबाद में सिहानी गेट कोतवाली क्षेत्र के मेरठ रोड पर स्थित प्रसिद्ध कंपनी श्रीराम पिस्टन में कर्मचारी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा है कि कर्मचारियों का कंपनी अधिकारियों से लेनदेन को लेकर विवाद चल रहा था। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है। उधर साथी की मौत के बाद कर्मचारियों ने कंपनी में हंगामा खड़ा कर दिया। मामले की जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और छानबीन कर हंगामा कर रहे कर्मचारियों को शांत कराया।
पुलिस का कहना है कि कर्ज में डूबने की वजह से कर्मचारी ने मौत को गले लगाया है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। वहीं पत्नी ने हत्या का आरोप लगाया है। मूलरूप से जिला जौनपुर के ग्राम बागबड का रहने वाला 40 वर्षीय गिरीश पुत्र इंद्रजीत यहां घूकना में पत्नी और बच्चों के साथ किराए पर रहता था। वह श्रीराम पिस्टन के पिन प्लांट में कर्मचारी था।
बताया गया है कि मंगलवार को गिरीश की सुबह 6 बजे से ड्यूटी थी। इसी दौरान गिरीश ने कंपनी में पंखे से लटककर फांसी लगा ली। कर्मचारियों ने गिरीश का शव पंखे से लटका हुआ देखा तो उनमें अफरा-तफरी मच गई और उन्होंने इसकी जानकारी कंपनी अधिकारियों को देते हुए साथी की मौत पर हंगामा खड़ा कर दिया।
बताया गया है कि कर्मचारियों का प्रतिवर्ष होने वाला एग्रीमेंट नहीं हुआ था। जिसे कराने को लेकर कर्मचारियों और कंपनी अधिकारियों में ठनी हुई थी। यही कारण रहा कि गिरीश ने आत्महत्या कर ली, हालांकि कंपनी अधिकारियों ने ऐसी किसी बात से इनकार किया है। उनका कहना है कि कर्मचारियों और उनके बीच किसी तरह का कोई विवाद नहीं था। उधर कंपनी में कर्मचारी द्वारा आत्महत्या किए जाने एवं हंगामे की जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और छानबीन की। कोतवाल कृष्ण गोपाल शर्मा ने बताया कि छानबीन में पता चला है कि गिरीश पर काफी लोन था। जिसकी वजह से वह दुखी था। यही कारण रहा कि उसने आत्महत्या कर ली। उधर गिरीश की मौत के बाद उसके परिजनों में कोहराम मचा है।
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