शनिवार, 5 सितंबर 2020

इमरान ने चीन को बेचा 'पाक का समंदर'

बीजिंग/ इस्लामाबाद। जिनपिंग को खुश करने के लिए इमरान खान ने पाकिस्तान का समंदर भी चीन के हवाले कर दिया है। पाकिस्तान ने चीनी जहाजों को अपने समुद्र तट में मछली पकड़ने की इजाजत दे दी है और चीन ने लगे हाथ यहां शिकार भी शुरू कर दिया है। लेकिन समंदर के इस सौदे ने पाकिस्तानियों को गुस्से से लाल कर दिया है। हजारों मछुआरों का हुजूम सड़कों पर उतर आया है, हर कोई इमरान और जिनपिंग को खरी खोटी सुना रहा है।


इमरान ने छीना मछुआरों का निवाला






इमरान खान की हुकूमत के खिलाफ जनता का गुस्सा सातवें आसमान पर है। कराची की सड़कों पर बगावत के नारे फूट रहे हैं। लोग इमरान खान को ललकार रहे हैं, क्योंकि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने चीन के चक्कर में अपनी ही जनता का गला घोंट दिया है। चीन को मैदान, रेगिस्तान और आसमान बेचने वाले इमरान खान ने पाकिस्तान के समंदर को भी चीन के हाथों गिरवी रख दिया है। समंदर बेचकर मछुआरों की रोजी रोटी छीन ली है। मछुआरे इमरान को अल्टीमेटम दे रहे हैं कि अगर चीन के मछली मारने वाले जहाजों को जल्द से जल्द नहीं लौटाया तो वो हुकूमत की चूलें हिला देंगे। इमरान को कुर्सी छोड़ने को मजबूर कर देंगे।आर्थिक रूप से तंगहाल पाकिस्तान भारत के दुश्मन चीन के चक्कर में पड़कर और कंगाल होता जा रहा है। चीन लगातार पाकिस्तान में निवेश के नाम पर उसके संसाधनों पर कब्जा जमाता जा रहा है। जंगल से रेगिस्तान तक हथियाता जा रहा है। चीन पाकिस्तान इकॉनोमिक कॉरिडोर के जरिए चीन ने पाकिस्तान को अपना उपनिवेश बना लिया है। पाकिस्तान को गुलाम बनाकर चीन अपना उल्लू सीधा कर रहा है। पाकिस्तान की गुलामी का सबसे बड़ा सबूत समंदर का वो सौदा है, जिसके खिलाफ पाकिस्तानी मछुआरों ने मोर्चा खोल दिया है।





शातिर चीन की चाल में फंसे पाकिस्तान ने चीन के जहाजों को समंदर में मछली पकड़ने की इजाजत दे दी है या यूं कहे कि ड्रैगन ने दादागीरी दिखाते हुए अपने स्पेशल इकॉनोमिक जोन में पाकिस्तान को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया। जिनपिंग ने इमरान खान को समंदर का सौदा करने पर मजबूर कर दिया है। पाकिस्तान सरकार की इजाजत मिलते ही चीन से 20 ट्रॉलर कराची पहुंच गए, जो गहरे समंदर से भी मछली पकड़ सकते हैं। पाताल से भी मछलियों का खानदान साफ कर देते हैं। पाकिस्तान ने इन चीनी जहाजों को सिंध और बलूचिस्तान के तट पर मछली पकड़ने की इजाजत दी है, लेकिन मछुआरों को समंदर का सौदा हजम नहीं हुआ और वो सड़कों पर उतर आए।


पाकिस्‍तान सरकार के इस फैसले के बाद कराची में इमरान सरकार और चीन के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है। लोगों ने इमरान और पाकिस्तान की ज़हरीली जोड़ी के खिलाफ जंग का ऐलान कर दिया है। कराची की सड़कें प्रदर्शन से पट गई है। सिंध के दूसरे शहरों में भी लोग इमरान और जिनपिंग को ललकार रहे हैं। पाकिस्‍तानी मछुआरे नहीं चाहते हैं कि चीन के जहाज उनके इलाके में मछली पकड़ें, क्योंकि अगर चीन के ये जहाज समंदर से मछली निकालेंगे तो इन मछुआरों का पुश्तैनी पेशा खतरे में पड़ जाएगा। लोगों को रोटी के लाले पड़ जाएंगे।


पाकिस्‍तानी मछुआरों का कहना है कि चीनी जहाज बड़े पैमाने पर मछली पकड़ सकते हैं, जिससे बाद में यहां समुद्री सिस्‍टम बिगड़ जाएगा और इसका खामियाजा भी उन्‍हें ही भुगतना पड़ेगा। पाकिस्‍तान फिशर फॉल्‍क फोरम की रिपोर्ट के मुताबिक तटीय इलाकों में मछलियों की संख्‍या पहले ही 72 फीसदी तक कम हो गई है और इसकी वजह बेतहाशा मछलियों का शिकार है।           


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