आराजी ब्रेकिंग: स्वास्थ्य विभाग के 450 संविदा कर्मचारी आज से हड़ताल पर..कोरोना संकट के बीच जिले के स्वास्थ्य सेवाओं पर भी पड़ेगा गहरा असर।
रायगढ़। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत काम करने वाले पूरे प्रदेश से 13000 सविंदा कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। जिसमें जिले के भी 450 सविंदा कर्मचारी एंवम अधिकारी नियमतिकरण एंवम अन्य मांगों को लेकर आज 19 सितम्बर से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर रहेंगे।
विदित हो कि छत्तीसगढ़ सरकार ने चुनाव के पूर्व अपने घोषणा पत्र में अनियमित कर्मचारियों को नियमित करने का वादा किया था। जिसे सरकार ने अभी तक पूर्ण नही किया है। जिसके चलते एनएचएम कर्मचारियों के संघ ने सरकार को 13 सितंबर तक अपने मांगों पर विचार करने हेतु समय भी दिया था। इसी बीच कर्मचारियों के द्वारा हाथों में काली पट्टी बांधकर काम करते हुए पूरे प्रदेश में सांकेतिक विरोध प्रदर्शन भी जारी था, लेकिन सरकार के द्वारा कुछ भी पहल नही होने के कारण 19 सितंबर से रायगढ़ के 450 कर्मचारियों समेत पूरे प्रदेश एनएचएम संघ के अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले गए है।
आरआईजी24 संवाददाता से हुई बातचीत में रायगढ़ एनएचएम जिला संघ के अध्यक्ष ईश्वर दिनकर ने बताया कि “ एनएचएम कई दफा शासन को मांग पूर्ण करने हेतु ज्ञापन दे चुका है, लेकिन अब तक शासन से किसी प्रकार का सकारात्मक जबाब नही मिला है। इससे सभी सविंदा स्वास्थ्य कर्मचारियों में घोर निराशा व आक्रोश व्याप्त है।इसके चलते प्रदेश सविंदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के आव्हान पर पूरे प्रदेश के 13000 कर्मचारियों के साथ रायगढ़ जिले के 450 सविंदा अधिकारी व कर्मचारियों ने भी 9 सितंबर से नियमितीकरण का शंखनाद किया था।जिसमें सांकेतिक विरोध प्रदर्शन जारी था।
हमारी मांगों पर विचार करने के लिए सरकार को 5 दिन का समय भी दिया गया था। इसके बाद भी सरकार की ओर से कोई निर्देश जारी नही हुआ। इसके चलते हम सभी आज शनिवार से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर बैठ रहे है।जब तक मांगे पूरी नही होंगी तब तक हम काम पर वापस नही लौटेंगे।
काम की तुलना में वेतन मिल रहा कम।
“प्रांतीय संघ के आवह्यन पर 19 सितंबर से एनएचएम के संविदा कर्मचारी नियमितीकरण की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे। जिले में करीब 450 कर्मचारी कार्यरत है, इनसे सभी तरह के काम लिए जा रहे हैं, लेकिन इसकी तुलना में वेतन और सुविधाएं दोनों कम है।
-अतीत राव, सचिव जिला एनएचएम संघ रायगढ़।
जिले की स्वास्थ्य व्यवस्थाओ पर पड़ेगा गहरा असर।
कोविड 19 का प्रकोप दिन पर दिन बढ़ता ही जा रहा है।जिले में इसी हफ्ते कोरोना केस ने 200 के अधिकतम आंकड़े को भी पार किया। वही अभी तक जिले में 39 लोगो की मृत्यु हो चुकी है। फ़िर भी स्वास्थ्य विभाग का आलम यह है, कि कोरोना के पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद भी मरीजो को सही समय पर उचित उपचार मुहैय्या नही करवा पा रहा है। कोविड केअर सेंटर में आये दिन खाने को लेकर शिकायते मिलती ही रहती है। फिर भी स्वास्थ्य विभाग में सक्रियता नही दिख रही है और इस तरह से पूरे जिले के 450 संविदा कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने से स्वास्थ्य व्यवस्था की कमर ही टूट जाएगी।क्योंकि जिले के ग्रामीण क्षेत्रो के अधिकांश अस्पतालों में यही 450 स्वास्थ्य कर्मचारी कार्यरत है। इस हड़ताल का सीधा असर मुख्यालय पर भी देखने को मिलेगा। जिसमें पूरे प्रदेश के लगभग 13000 कर्मचारियों का हड़ताल रहेगा।
सरकार की अब तक की प्रतिक्रिया।
हड़ताल की सूचना होने पर बीती रात सूबे के स्वास्थ्य व पंचायत मंत्री टी एस सिंह देव ने अपना वीडियो जारी करके स्वास्थ्य कर्मचारियों को हड़ताल पर नही जाने की अपील की है। जबकि इसके पूर्व 13000 अनियमित कर्मचारियों के होते हुए भी 2100 रेगुलर पोस्ट के लिए अलग से वेकैंसी निकाली गई थी। अब देखा जाना दिलचस्प होगा कि छत्तीसगढ़ सरकार अपने वादे को पूरा करती है या छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य सेवायो के साथ समझौता। क्योंकि छत्तीसगढ़ में अभी तक कोरोना ने 81617 के आंकड़े को पार कर लिया है और लगातार कोरोना का कहर जारी है।
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