भानु प्रताप उपाध्याय
शामली। गुरु दिवस पर अध्यापिका रश्मि वर्मा ने गुरु के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा गुरु का दर्जा बहुत बड़ा होता है।अगर गुरु सच्चे मन से अपने शिष्य को शिक्षा व संस्कार देता है। वहीं बच्चे पढ़ लिखकर देश का भविष्य बनते हैं। इसीलिए सनातन धर्म में भी गुरु का दर्जा बड़ा बताया गया है। उन्होंने कहा देश में कोरोना की महामारी के कारण सभी स्कूल कॉलेज बंद है। फिर भी उनका प्रयास है की लॉकडाउन में बच्चों का शिक्षण कार्य प्रभावित ना हो इसके लिए बच्चों के छोटे-छोटे व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर ऑनलाइन शिक्षण कार्य शुरू किया जिससे समस्त कक्षाओं के बच्चे व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। वीडियो कॉलिंग द्वारा बच्चों को कठिन विषय वस्तु को उनका समझाने का प्रयास रहता है।जिससे बच्चे बड़ी सरलता से दिया गया कार्य उत्साह पूर्वक करते हैं तथा विषय वस्तु यादकर छोटी-छोटी वीडियो बनाकर भेजा जाता हैं। इससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित भी नहीं होगी और उनका साल भी बच जायेगा और वे बच्चों को समय-समय पर क्राफ्ट कार्य, शिक्षण सहायक सामग्री का भी निर्माण कराती रहती हैं। बच्चों को ऑनलाइन होने वाली विभिन्न प्रतियोगिता में प्रतिभाग करा रही हूंँ जो बच्चे स्मार्टफोन न होने के कारण नहीं पढ़ पा रहे थे। उनके लिए उन्होंने गांव में विभिन्न स्थानों पर शिक्षण से संबंधित वॉल पेंटिंग व टीचर कॉर्नर बनवाया टीचर-कॉर्नर पर वे बच्चों के लिए पेपर शीट लगा देती हूं जिससे बच्चे पेपर शीट लेकर कार्य करते हैं। वॉल पेंटिंग द्वारा बच्चे खेलते खेलते पढ़ाई भी करते हैं। हमारे विद्यालय के 80% बच्चे ऑनलाइन ऑफलाइन शिक्षण ग्रहण कर रहे हैं। उनके प्रयासों से गांव में जागरूकता आयी है। इससे अभिभावकों का रुझान सरकारी स्कूलों की तरफ भी बढ़ा है। उन्होंने अभिभावकों से अपील की इस करोना महामारी के चलते बच्चों का विशेष ध्यान रखें उन्हें बाजारों में लेकर ना जाएं भीड़ से बचाएं उन्हें बार-बार हैंड वॉश करना सिखाए और समय-समय पर उनका खानपान का विशेष ध्यान रखें।
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