लखनऊ। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और सांसद आजम खंड की मुश्किलें हर दिन बढ़ती ही जा रही हैं। फिलहाल वे सीतापुर जेल में फर्जी जन्म प्रमाणपत्र मामले में बेटे अब्दुल्ला आजम और पत्नी एसपी विधायक तजीन फातिमा सहित सजा काट रहे हैं। इस बीच योगी सरकार ने समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान के द्वारा गाजियाबाद और लखनऊ में बनवाए गए हज हाउस के निर्माण की जांच कराने का फैसला किया है। सूत्रों के अनुसार राज्य सरकार को पता चला है कि इस विभाग में गड़बड़ियां हुई थीं, जिसके चलते जांच कराने का फैसला लिया गया है।
राज्य के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री नंद गोपाल नंदी ने पीएम जन कल्याण योजना के तहत अल्पसंख्यक विभाग में कराए गए कार्यों की जांच एसआईटी से कराने के आदेश दे दिए हैं। इस विशेष जांच में लखनऊ और गाजियाबाद में हज हाउस के निर्माण की भी जांच कराई जाएगी। बता दें कि इसी साल फरवरी में प्रशासन ने गाजियाबाद में बने हज हाउस को एनजीटी के आदेश पर सील कर दिया था। रिपोर्ट के मुताबिक इसमें सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट नहीं था। इस वजह से इससे निकलने वाला पानी हिंडन नदी के पानी को गंदा कर रहा था। इससे पहले रामपुर डेवलपमेंट अथॉरिटी ने अगस्त महीने के आखिरी दिनों में आजम खान के हमसफर रिजॉर्ट को तोड़ने के लिए नोटिस जारी किया था, जिसमें कहा गया कि सपा सांसद 15 दिनों के अंदर स्वयं अवैध निर्माण को ध्वस्त करें। योगी सरकार के इस फैसले के बाद आजम खान को और बड़ा झटका लगेगा। एसआईटी जांच में आजम खां और उनके करीबियों पर और अधिक शिकंजा कसेगा।
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