अश्वनी उपाध्याय
गाजियाबाद। एसएसपी कलानिधि नैथानी इन दिनों भ्रष्टाचार के खिलाफ बहुत सख्त नज़र आ रहे हैं। शनिवार (12 सितंबर) को उन्होंने रिश्वत लेने के आरोप में पुलिस विभाग में कार्यरत एक कंप्यूटर ऑपरेटर को सस्पेंड कर दिया वहीं तथ्य छुपा कर पुलिस में
FIR दर्ज करने के मांगे ₹ 15 हज़ार
एसएसपी कलानिधि नैथानी को सूचना मिली कि लोनी बार्डर थाने में तैनात कंप्यूटर ऑपरेटर गजेन्द्र सिंह एक पीड़ित से FIR दर्ज कर उसकी कॉपी देने के बदले ₹ 15,000 की मांग कर रहा है। एसएसपी ने सूचना मिलते ही उसकी गोपनीय जांच कराई। जांच में पीड़ित का पक्ष सही पाने पर कंप्यूटर ऑपरेटर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
तथ्य छुपा कर पुलिस में भर्ती होने वाला सिपाही बर्खास्त
दूसरी घटना में 2015 में भर्ती एक आरक्षी को तथ्य छुपा कर नौकरी पाने के आरोप में बर्खास्त कर दिया गया। आरक्षी अक्षय कुमार जो 2012 में बीएसएफ में भर्ती हुआ था और लगातार गैरहाजिर होने के चलते 2014 में बीएसएफ की सेवा से बर्खास्त कर दिया गया। जिसके बाद उक्त आरक्षी 2015 में उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग में बर्खास्तगी के तथ्यों को छिपाते हुए भर्ती हो गया था।
संपूर्ण प्रकरण की जांच पुलिस अधीक्षक नगर द्वारा कराई गई तो उक्त आरक्षी पर लगाए गए आरोप सत्य पाए गए। आरोपों की गंभीर प्रकृति होने के चलते उक्त आरक्षी 2088 नागरिक पुलिस अक्षय कुमार को सेवा से बर्खास्त किया गया है।
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