अश्वनी उपाध्याय
गाजियबाद। कोरोना काल की फीस माफ करने व अन्य मांगों को लेकर गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन की अनिश्चित-कालीन भूख हड़ताल के आठवे दिन प्रशासन ने धरनास्थल पर लगाए गए टेंट को उखाड़ दिया। साथ ही विरोध कर रहे एसोसिएशन के पांच लोगों को हिरासत में ले लिया। इस दौरान एसोसिएशन की अध्यक्ष सीमा त्यागी ने प्रशासन पर तानाशाही रैवया अपनाने का आरोप लगाते हुए अभिभावकों से शांति बनाए रखने की अपील की है। सीमा त्यागी हालत बिगड़ने पर एक निजी अस्पताल में भर्ती हैं।
उल्लेखनीय है कि दो सितम्बर से कोरोना काल के दौरान की फीस माफी व अन्य मांगों को लेकर गाजियाबाद पैरेंटस एसोसिएशन की तीन महिला पदाधिकारी अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर हैं। लेकिन तीनों की तबीयत खराब होने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसके बाद अनेक लोग धरने पर बैठ गए। बुधवार को आठवां दिन था। आज कुछ लोग वहां पहुंचे और जिला प्रशासन का आदेश बताते हुए उनसे धरना समाप्त करने को कहा लेकिन प्रदर्शकारी नहीं माने तो उनका टेंट जबरन हटा दिया गया और धरनारत लोगों को वहां से खदेड़ दिया गया।मौके पर पहुंची पुलिस एसोसिएशन के पांच लोगों को हिरासत में पुलिस लाइन ले गई। कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, आम आदमी पार्टी, कर्णी सेना समेत तमाम राजनीतिक दलों व समाज सेवी संगठनों ने धरना स्थल पर पहुंचकर अपना समर्थन देने की घोषणा की है। वहीं पदाधिकारी विवेक त्यागी ने कहा है कि भूख हड़ताल का आज आठवां दिन था लेकिन प्रशासन ने आंदोलन को खत्म करने की नीयत से धरना स्थल पर लगाए गए टेंट आदि को तोड़ दिया और सारा सामान नगर निगम के वाहन में रखकर ले गए। पांच लोगों को हिरासत में ले लिया है। त्यागी का कहना है कि प्रशासन का यह दमनात्मक रैवया है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आंदोलन को समाप्त नहीं किया जाएगा बल्कि और मजबूती के साथ चलाया जाएगा।
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