नई दिल्ली। यूएस फेडरल रिजर्व के चेयरमैन पूजरेम वेल के सेंट्रल बैंक के भाषण के बाद सोने की कीमत में गिरावट आई है। फिर भी सराफा बाजार ने जेरोम पॉवेल के भाषण पर आराम किया। विशेषज्ञों का मानना है कि फेडरल रिजर्व के महंगाई से निपटने और नौकरियों में वृद्धि के जोर का असर सराफा बाजार पर पड़ा है।
आपको बता दें कि डॉलर इंडेक्स पिछले सत्र में निचले स्तर से उबर गया है, इसलिए सोने और चांदी की कीमतों में कमजोरी देखी गई है। इसीलिए कॉमैक्स पर सोने की कीमतों में 2 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई। इन संकेतों के कारण भारतीय बाजारों में सोने की कीमतों में गिरावट आ सकती है।
विशेषज्ञों के अनुसार, 7. अगस्त को घरेलू बाजार में सोने की कीमत 56200 रुपये प्रति दस ग्राम के उच्चतम स्तर को छू गई थी, तब से सोने की कीमत में लगातार गिरावट आई है।
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