हिसार। जिले की आशा वर्कर ने विभिन्न मांगों को लेकर बुधवार को सीएमओ कार्यालय के सामने धरना दिया। आशा वर्कर ने कहा कि अपनी मांगों व समस्याओं के बारे में उन्होंने बार-बार विभाग को अवगत करवाया। लेकिन विभाग व सरकार की ओर से समाधान नहीं हुआ। इससे पहले भी हड़ताल पर रहे चुके है। आशा वर्करों ने सरकार से कोई जवाब ना मिलने पर हड़ताल को चार दिन के लिए बढ़ाया है।
आशा वर्करों ने मांग की है कि जनता को गुणवत्ता स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने हेतू सरकारी स्वास्थ्यों के ढांचे को मजबूत किया जाए व एनएचएम को स्थाई किया जाए। आठ एक्टिविटी का काटा गया 50 फीसद तुंरत वापस लागू किया जाए। कोविड-19 में काम कर रही आशाओं को जोखिम भत्ते के तौर पर 4 हजार रुपये दिए जाएं। कोविड-19 के लिए दिए जा रहे 1000 प्रोत्साहन राशि का 50 फीसद दिया जाए। गंभीर रूप से बीमार एवं दुर्घटनाओं की शिकार आशा वर्कर को सरकार के पैनल अस्पतालों में इलाज की सुविधा दी जाए। आशा वर्कर को सामुदायिक स्तरीय स्थायी कर्मचारी बनाया जाए। जब तक पक्का कर्मचारी नहीं बनाया जाता, तब तक हरियाणा सरकार का न्यूनतम वेतन दिया जाए और इसे महंगाई भत्ते के साथ जोड़ा जाए। ईएसआइ एवं पीएफ की सुविधा दी जाए, आशा वर्कर को हेल्थ वर्कर का दर्जा दिया जाए और 21 जुलाई 2018 को जारी किए गए नोटिफिकेशन के सभी बचे हुए निर्णय लागू किए जाए।
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