अश्वनी उपाध्याय
गाजियाबाद। जनपद की कविनगर पुलिस ने रिटायर्ड इंस्पेक्टर को बेटे की ओर से दर्ज कराए फर्जी मुकदमे में जेल भेज दिया। लिखा-पढ़ी में दिखाया कि इंस्पेक्टर .32 बोर की पिस्टल लेकर बैठे थे और दूसरे हाथ में 315 बोर के कारतूस थे। इसी बात को लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस पेंशनर्स कल्याण संस्थान गाजियाबाद की ओर से गाजियाबाद एसएसपी को शिकायती पत्र दिया गया। दूसरी ओर मामले में शुक्रवार को एडीजी मेरठ से भी इंस्पेक्टर कविनगर की शिकायत की गई। मामले में जांच बैठा दी गई है।
बाल किशन भाटी यूपी पुलिस में इंस्पेक्टर पद से वर्ष 2017 में रिटायर हुए थे। 35 साल की नौकरी में रिटायर्ड इंस्पेक्टर बाल किशन भाटी 27 से ज्यादा थानों में प्रभारी भी रहे। वर्तमान में वह परिवार के साथ गाजियाबाद के कविनगर थाने की चिरंजीव विहार कॉलोनी में रह रहे हैं। चूंकि इन्होंने एलएलबी की पढ़ाई की हुई है, इसलिए गाजियाबाद और फरीदाबाद कोर्ट में प्रैक्टिस कर रहे हैं। बाल किशन भाटी का आरोप है कि 21 अगस्त को उनके बेटे विकल्प भाटी ने शराब पीकर घर में हंगामा किया हुआ था। उन्होंने विरोध करते हुए बेटे को धमका दिया। इसके बाद बेटे ने पुलिस को बुलाया और उन्हें गलत जानकारी दी। पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। बाल किशन भाटी ने बताया कि उनकी ओर से उनके रिटायर्ड साथी भरत सिंह सोलंकी ने भी विरोध किया, लेकिन पुलिस ने उनके साथ भी अभद्रता की। बालकिशन भाटी का आरोप है कि पुलिस ने उनके पास से एक .32 बोर की पिस्टल, 315 बोर के कारतूस और एक फरसा बरामद दिखाकर जेल भेज दिया।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Thank you, for a message universal express.