गरीबों को नही मिली आवास की सुविधा
जमीदोंज हुए मकान मे हताहत का शिकार हो रह गरीब
कौशाम्बी। जिले मे व्याप्त भ्रष्टाचार के कारण विकास के सभी दावे हवा हवाई साबित हो रहे है। गरीब और निरीह के आशियाना जमीदोज हो रहे है। जिला प्रशासन मूक बधिर की भांति देख रहा है जिन्हें सरकारी कालोनी की सुविधा मिलनी चाहिए उन्हें नही मिली। ग्राम प्रधानों ने अपने चहेतो को सुविधाओं से लैश किया गरीब जहां था वही बदहाली के आंसू बहा रहा है उसकी वेदना की आवाज कोई सुनने को तैयार नही है। उपरोक्त नजारा समर्थ किसान पार्टी के जिला अध्यक्ष प्रेम चन्द्र केशरवानी ने जिले का भ्रमण कर देखा। पूरबशरीरा बडी ग्राम सभा है यहा भी भेदभाव जमकर हुआ है।
उन्होंने कहा कि लल्लू प्रजापति का मकान बारिश से ढह गया उसके पास रहने के लिए छत नही बची। इन्हे कालोनी की सुविधा नही मिली। इसी गाँव के बच्चा लोध भी पन्नी डालकर गुजारा कर रहे है इन पर भी जिम्मेदारों की नजर नही पडी।दरोगा लोध की दिन का चैन रात की नींद हराम हो गई है इनके कच्चे मिट्टी से बने मकान मे जगह जगह बल्ली लगी है किसी भी समय तेज बारिश से गिर सकता है। ग्राम प्रधान और ग्राम विकाश अधिकारी की नजर मे शायद ये करोडपती हो इस लिए आवास की सुविधा देना उचित समझे।
प्रेम चन्द्र केशरवानी ने कहा अझुवा कस्बे जैसी घटना की पुनरावृत्ती न हो इसके लिए जिला प्रशासन को सचेत रहना होगो। अझुवा कस्बे मे एक मकान गिरने से एक महिला की दर्दनाक मौत हो गई थी। ऐसा हृदय विदारक दृश्य देखने को अब न मिले ऐसा प्रयास जिला प्रशासन को करना चाहिए।सरसवां विकाश खण्ड के ग्राम भगवतपुर के दिनेश सोनी का मकान भी जर्जर है। कब गिर जाए इसका कौई भरोसा नही है |सरकारी कलोनी किस मानक के आधार पर दी गई यह एक जांच का विषय है |लोगो के जीर्ण मकान गिर रहे है रहने के लिए छत नही है। उनके साथ ऐसा सौतेला व्यवहार क्यों किया गया। भाजपा सरकार के विकाश के दावे मात्र दिवा स्वप्न साबित हो रहे है। जमीनी हकीकत भ्रष्टाचार की भेट चढ गई।अधिकारियों और ग्राम प्रधानों ने मिलकर गावों के विकाश के धन का बंदर बांट किया ,सरकारी योजनाओं का लाभ गरीबो को न देकर अपने करीबियों और सुविधा शुल्क देने वालो को दिया गया जिससे गरीब आज भी बदहाली का शिकार है।
रामप्रसाद गुप्ता
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