सोनीपत। सोनीपत के नाहरा गांव के पास शुक्रवार रात करीब 9 बजे बेकाबू आई-10 कार पश्चिमी यमुना लिंक नहर में गिरने से गढ़ी बिंदरोली गांव बड़े काश्तकार साधुराम, उनकी पत्नी व दो बच्चों की डूबने से मौत हो गई। कार चला रहे भांजे सुनील निवासी जाबब्राहण को अखाड़ा में कसरत कर रहे युवकों ने बचा लिया। हादसे में साधुराम का पूरा परिवार खत्म हो गया।वह परिवार समेत आहुलाना में शादीशुदा बहन से मिल दिल्ली जा रहे थे। 6 भाई बहनों में अकेले भाई 50 वर्षीय साधु राम गांव में 12 एकड़ के काश्तकार थे। वह काफी समय से दिल्ली के महरोली में 3 रहते थे। माता- पिता की पहले ही मौत हो चुकी है। 45 वर्षीय पत्नी सीमा प्राइवेट स्कूल में पढ़ाती थीं।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार गांव बिंदरौली निवासी साधुराम (56) दिल्ली में ट्रांसपोर्ट का काम करते थे। वह अपने परिवार के साथ दिल्ली के ही महरौली में रहते थे। शुक्रवार रात को वह अपनी कार में सवार होकर दिल्ली से अपने पैतृक गांव बिंदरौली, सोनीपत आ रहे थे। कार में उनके साथ पत्नी सीमा (46), बेटा मोंटी (17) और ध्रुव (15) तथा भांजा सुमित थे।
दो बेटे 18 वर्षीय मोंटी 12वीं व 16 वर्षीय ध्रुव 10वीं में पढ़ते थे। साधुराम आहुलाना में बहन से मिलने शुक्रवार सुबह परिवार के साथ आए थे। कार को उनके साढू की बहन का लड़का सुनील चला रहा था। सूचना पर डीएसपी डीएसपी राव वीरेंद्र, एसएचओ रवि कुमार, बारोटा चौंकी संदीप सिंह पहुंचे और कार को बाहर निकलवाया। सुनील को गंभीर हालत में सिविल अस्पताल में भर्ती कराया है। माना जा रहा कि सामने से लाइट लगने से गाड़ी नहर में गिर गई है।
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