भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) की पूर्व महानिदेशक स्वामीनाथन ने कहा कि इसके बाद बड़ी चुनौती यह सुनिश्चित करने की होगी कि अमीर देश सीमित मात्रा में उपलब्ध टीकों के अधिकाधिक डोज न ले लें और इन टीकों का पूरी दुनिया को आवंटन न्यायसंगत तरीके से हो।
भारत टीकों के उत्पादन का केंद्र
स्वामीनाथन ने कहा कि टीके के मामले में भारत अच्छी स्थिति में है क्योंकि यहां इस दिशा में कई कंपनियां काम कर रही हैं जिनमें कुछ अपने स्तर से तो कुछ साझेदारी में काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि भारत टीकों के उत्पादन का केंद्र है।महामारी ने असमानताओं को बढ़ाया है। यह सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणालियों को मजबूत करने और लचीलापन बढ़ाने के लिहाज से सीखने का अवसर साबित हुआ है।
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