जरा बचना! जाली नोटों को लेकर आई बड़ी खबर
मुंबई। वर्ष 2019-20 में तकरीबन तीन लाख भारतीय मुद्रा के जाली नोट ( एफआईसीएन) पकड़े गए। इसमें सबसे खास बात ये है,कि पकड़े गए जाली नोटों में उन नोटों की अधिक बढ़ोतरी हुई है, जिनके लेन-देन में कोई ध्यान ही नहीं देता। 2000 या 500 रुपये के नोट तो हम कई बार पलट कर चेक कर लेते हैं पर 10 रुपये के नोट को शायद ही कोई चेक करता होगा। भारतीय रिजर्व बैंक की 2019-20 की रिपोर्ट में 10 रुपये के जाली नोटों में पिछले साल की तुलना 144.6 प्रतिशत का उछाल आया है। रिपोर्ट के अनुसार 2019-20 में बैंकिंग क्षेत्र में पकड़े गए जाली नोटों में से 4.6 प्रतिशत रिजर्व बैंक ने पकड़े जबकि 95.4 प्रतिशत जाली नोट अन्य बैंकों ने पकड़े। कुल मिलाकर वर्ष. में 2,96,695 जाली नोट पकड़े गए। एक वर्ष पहले की तुलना में 2019-20 में 10 के जाली नोटों में 144.6 प्रतिशत, 50 में 28.7 प्रतिशत, 200 में 151.2 प्रतिशत तथा 500 (महात्मा गांधी-नई श्रृंखला) के जाली नोटों में 37.5 प्रतिशत का इजाफा हुआ। वहीं दूसरी तरफ 20 के जाली नोटों में 37.7 प्रतिशत, 100 में 23.7 प्रतिशत तथा 2,000 के जाली नोटों में 22.1 प्रतिशत की कमी आई। समाप्त वित्त वर्ष में 2,000 के 17,020 जाली नोट पकड़े गए जबकि 2018-19 में यह संख्या 21,847 नोट थी।
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