कम खराब सड़कों पर हो रहा है करोड़ों का सरकारी बजट खर्च
योगी के बजाय आज भी जनता कल्याण सिंह मुख्यमंत्री को कर रही है याद
म्योहर बड़ा तालाब से इछना होते हुए सराय अकिल जाने वाली सड़क का निर्माण का मामला
म्योहर कौशाम्बी। कल्याण सिंह मुख्यमंत्री के कार्यकाल में म्योहर बड़ा तालाब से इछना होते हुए सराय अकिल जाने वाली सड़क का निर्माण कार्य तत्कालीन भाजपा विधायक शिवदानी के प्रयास पर किया गया था लेकिन कल्याण सिंह मुख्यमंत्री के कार्यकाल को लगभग 28 वर्ष से अधिक बीत चुका है 28 वर्षों के बीच में इस सड़क के निर्माण और मरम्मत के मामले को बसपा सपा सरकार तो भूल कर बैठी थी अब भाजपा की योगी सरकार भी इस सड़क के निर्माण और मरम्मत को भूल चुकी है
विभाग बार-बार यह कह रहा है कि इस सड़क की मरम्मत की मंजूरी स्वीकृत हो चुकी है लेकिन मौके पर काम नहीं लग रहा है सड़क की दुर्दशा का आलम यह है कि वाहनों के चलने पर उसकी गति 10 किलोमीटर प्रति घंटा भी नहीं बन पाती है बाइक और साइकिल पर चलने वाले लोग इस सड़क पर रो रहे हैं। सड़कों पर अधिक गड्ढा होने के चलते आए दिन इस सड़क पर बाइक और साइकिल सवार गिरकर चोटिल हो रहे हैं। लेकिन बार-बार जनता की मांग के बाद भी इस सड़क के निर्माण पर भाजपा के सांसद विधायकों ने भी ध्यान नहीं दिया है। कहने को तो जिले की जनता ने प्रदेश सरकार में डिप्टी सीएम भी दिया है लेकिन जिले की मूल समस्याओं के प्रति उनका भी आकर्षण अच्छा नहीं है। विभागीय अधिकारी भी उन सड़कों की मरम्मत पर सड़कों का बजट खर्च कर देना चाहते हैं जो सड़कें कम खराब है जिससे उन्हें कमीशन अधिक मिल सके लेकिन जो सड़कें अधिक खराब हो चुके हैं जिनमें अधिक गड्ढे हैं उनकी मरम्मत में गिट्टी अधिक लगेगी जिससे ठेकेदारों और विभागीय अधिकारियों की कमाई कमीशन खोरी कम होगी। इसके चलते अधिक खराब सड़कों को बार-बार नजरअंदाज कर अधिकारी जनता को प्रताड़ित कर रहे हैं।
अधिकारियों के इस कारनामे के चलते सूबे की सरकार की छवि पर बदनुमा दाग लग रहा है इस सड़क की मरम्मत में लापरवाही किए जाने के मामले में सूबे की योगी सरकार ने जांच कराई तो अधिकारियों की साजिश उजागर होगी। मंझनपुर सराय अकिल मार्ग के म्योहर बड़ा तालाब से इछना होते हुए सराय अकिल जाने वाली सड़क का निर्माण के मामले में माननीयों और अधिकारियों की बेरुखी जग जाहिर है बीते दो दशक से गड्ढे में तब्दील हो चुकी यह सड़क मौत को दावत दे रही है आये दिन सड़को में हादसे होते रहते है किन्तु इन हादसों से किसी भी जिम्मेदार को कोई भी फर्क नही पड़ता
करारी थाना क्षेत्र के बड़े तालाब से मोड़ से हिछना होते हुए सराय अकिल नगर पंचायत को जाने वाली सड़क इस कदर गड्ढे में तब्दील है की आये दिन कोई न कोई हादसा होते रहता है । राहगीरो का कहना है कि इस सड़क को लगभग 28 साल बने हो गए है किन्तु आज तक किसी संसद विधायक ने इस सड़क को बनवाने की नही सोंची चाहे वह बसपा सरकार रही हो चाहे वह सपा सरकार रही हो और अब वही काम बीजेपी सरकार कर रही है ।
लोगों का कहना यह भी है की जब सरकार से कुछ नही किया जाता है तो झूंठे वादे सिर्फ चुनाव के दौरान ही बोट पाने के लिए ही क्यो किया जाता है ।
जनता का कहना है की अब तो सरकार से विस्वास उठ चुका है इस सरकार से जो सिर्फ वादे करना जानती है वादे पूरा करना नही जानती वही ग्रामीणों का कहना है कि जिस जिले में भाजपा से एक डिप्टी सीएम एक सांसद तीन विधायक हो उस जिले की सड़कें भी गड्ढे में तब्दील हो यह तो बड़ी शर्म की बाते है । आखिर क्या इस सड़क मार्ग के लिए आज तक कोई भी धन नही आया चार साल सरकार बने भाजपा की हो गयी। किंतु अभी तक इस सड़क का पुनर्निर्माण या मरम्मती करण नही हुआ है इससे यह साफ साहिर होता है की या तो सरकार ने इस सड़क के निर्माण के लिए धन नही भेजा है। अगर धन भेज दिया गया है तो क्या जिम्मेदारों ने धन का बन्दर बांट तो नही कर लिया है इस तरह के तमाम सवाल जनता उठा रही है।
यकीन मानियेगा बड़े तालाब से सराय अकिल को जाने के लिए 10 मिनट में बाइक से लोग पहुँच जाते थे। किन्तु अब सड़के इतनी खराब है कि कम से कम आपको 30 मिनट लगेगा ऐसे में अगर किसी मरीज की तबियत ज्यादा खराब हो जाये तो वह मरीज रास्ते ही में दम तोड़ देगा ।
अब सवाल यह उठता है कि क्या इस सड़क का निर्माण हो पायेगा या फिर पहले की तरह लोगों को गड्ढे में तब्दील सड़को से फिर गुजर कर मौत को दावत देते हुए जाना पड़ेगा। यह बड़ा सवाल है।
सुशील दिवाकर
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