राणा ओबरॉय
चंडीगढ़। देश के साथ- साथ पंजाब- हरियाणा में जल्दी ही व्यापक स्तर पर कई प्राइवेट ट्रेंने चलाई जाएंगी। इन खास ट्रेनों को भारतीय रेल की तरफ से 109 रूटों पर चलने वाली 150 प्राइवेट ट्रेनों का रूट तैयार करके देश भर के अधिकारियों से सुझाव मांगे गए हैं। रेल मंत्रालय की तरफ से प्राइवेट ट्रेनों के संचालन, संरक्षा, वाशिंग और जिन रूटों पर ट्रेनें दौड़ेंगी, वहां, पहले और उसी समय कौन-कौनसी ट्रेनें चल रही हैं, इसकी टाइमिंग को लेकर भी सुझाव मांगे गए हैं। हरियाण पंजाब के हिस्से में इनमें से 14 प्राइवेट आने की संभावना है। जो कि तेजी के साथ फर्राटा भरेगी। इतना ही नहीं ये ट्रैन दिल्ली से चंडीगढ़ की दूरी महज तीन घंटे और दिल्ली से अमृतसर की दूरी साढ़े पांच घंटे में पार करेगी। ये तेजी से चलने वाली इन ट्रेनों का भी सपना साकार होने वाला है।
अगर इन ट्रेनों के चलने पर मुहर लग जाती है, तो इससे मौजूदा चल रही ट्रेनों के टाइम टेबल में बदलाव किया जाएगा। हरियाणा और पंजाब से भी 14 रूटों पर ये ट्रेनें दौड़ेंगी। इनमें दैनिक और साप्ताहिक ट्रेन भी शामिल हैं। मौजूदा समय में नई दिल्ली से चंडीगढ़ का सफर 4 घंटे 10 मिनट का है, जबकि नई दिल्ली से अमृतसर तक का सफर 6:20 मिनट का है। इन 14 ट्रेनों में 12 ट्रेनें प्रतिदिन दौड़ेंगी, जबकि अन्य दो ट्रेनें सप्ताह में तीन-तीन दिन अप-डाउन करेंगी। इन ट्रेनों की स्पीड 160 किलोमीटर प्रतिघंटा होगी। हरियाणा व पंजाब से चलने वाली ट्रेनें उत्तर भारत ही नहीं बल्कि महाराष्ट्र के नागपुर तक का सफर तय करेंगी।
पंजाब-हरियाणा से इन राज्यों के लिए 18 रूटों पर दौड़ेंगी ट्रेन
- नई दिल्ली से अमृतसर दो ट्रेन
- नई दिल्ली से चंडीगढ़ तीन ट्रेन
- लखनऊ से कटरा के लिए दो ट्रेन
- अमृतसर से फरीदाबाद दो ट्रेन
- वाराणसी से बठिंडा दो ट्रेन
- नागपुर से चंडीगढ़ दो ट्रेन
- भोपाल से मुंबई दो ट्रेन
- भोपाल से पूना दो ट्रेन शामिल
- नई दिल्ली से ऋषिकेश दो ट्रेन
- इंदौर से दिल्ली दो ट्रेन
- नई दिल्ली से वाराणसी दो ट्रेन
- आनंद विहार से दरभंगा दो ट्रेन
- आनंद विहार से बडगाम तक दो ट्रेन
- लखनऊ से दिल्ली दो ट्रेन आदि शामिल हैं।
क्या है अब तक की तैयारी ?
- इन 150 ट्रेनों से देश के सभी प्रमुख स्टेशनों को जोड़ दिया गया है।
- इन ट्रेनों की स्पीड 160 किलोमीटर प्रति घंटा की होगी।
- हर सात हजार किलोमीटर पर इन ट्रेनों की संरक्षा को देखते हुए जांच की जाएगी।
- प्रत्येक ट्रेन में 16 डिब्बे या इससे अधिक होंगे ताकि यात्रियों को टिकट कंफर्म मिल सके।
- उधर, रेलवे ने प्राइवेट ट्रेनों के लिए रूट प्रस्तावित कर दिए हैं और ट्रेनों को चलाने के लिए प्राइवेट कंपनियों को आमंत्रित किया जा चुका है। इन सभी ट्रेनों के डिब्बे मेक इन इंडिया की नीतियों के तहत ही बनाए जाएंगे। इन ट्रेनों को दौड़ाने की जिम्मेदारी रेलवे के चालक की होगी।
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