सोमवार, 3 अगस्त 2020

गृहमंत्री निजी अस्पताल में भर्ती, उठाए सवाल

अकांशु उपाध्याय

नई दिल्ली। देश के गृह मंत्री अमित शाह कोरोना संक्रमित हो गए हैं। अमित शाह को गुरुग्राम के प्राइवेट अस्पताल मेदांता में भर्ती किया गया है। गृह मंत्री को देश के प्रतिष्ठित सरकारी अस्पताल एम्स में नहीं भर्ती कर मेदांता में भर्ती किए जाने को लेकर कांग्रेस नेता शशि थरूर ने सवाल उठाया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि आश्चर्य है कि बीमार होने पर हमारे गृह मंत्री अमित शाह जी ने एम्स (AIIMS) को नहीं, बल्कि पड़ोसी राज्य के एक निजी अस्पताल को कैसे चुना?

इसके साथ ही थरूर ने कहा कि सार्वजनिक संस्थानों को शक्तिशाली करने की जरूरत है क्‍योंकि ये जनता के विश्वास को प्रेरित करते है। दरअसल, रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री कोरोना संक्रमित जांच में पाए गए थे। इसके बाद ही उन्होंने मेदांता अस्पताल में भर्ती होने का फैसला किया था। इसी के बाद सोशल मीडिया पर भी लोग उनके प्राइवेट अस्पताल में भर्ती होने को लेकर सवाल उठाने लगे थे।

अमित शाह हो गए हैं कोरोना संक्रमित-केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) कोरोना वायरस (Coronavirus) से संक्रमित हो गये हैं। उन्होंने रविवार को कहा कि वह कोरोना वायरस से संक्रमित पाये गए हैं और डॉक्टरों की सलाह पर अस्पताल में भर्ती हैं। वह इस महामारी की चपेट में आए केंद्रीय मंत्रिमंडल के पहले मंत्री हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विश्वासपात्र शाह (55) ने अपने ट्विटर हैंडल पर यह जानकारी दी।

उन्होंने हिंदी में ट्वीट किया- 'कोरोना के शुरूआती लक्षण दिखने पर मैंने जांच करवायी और रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। मेरी तबीयत ठीक है परन्तु डॉक्टरों की सलाह पर अस्पताल में भर्ती हो रहा हूं।' गृह मंत्री ने बीते कुछ दिनों के दौरान अपने संपर्क में आए लोगों से भी कोरोना वायरस की जांच कराने और पृथक-वास में रहने का अनुरोध किया।


गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में भर्ती हैं शाह-


आधिकारिक तौर पर यह नहीं बताया गया है कि शाह कहां भर्ती हैं लेकिन अधिकारियों ने निजी रूप से बताया कि गुरुग्राम के एक निजी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। गृह मंत्री नियमित रूप से नॉर्थ ब्लॉक स्थित अपने कार्यालय जा रहे थे और इसके अलावा वो घर से भी काम कर रहे थे।


शाह शनिवार को इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र में आखिरी बार सार्वजनिक तौर पर किसी कार्यक्रम में शामिल हुए थे जब उन्होंने बाल गंगाधर तिलक की 100वीं पुण्यतिथि पर एक वेबिनार को संबोधित किया था। इस दौरान वहां करीब 50 लोग उपस्थित थे। उसी बैठक में राष्ट्रीय शिक्षा नीति को मंजूरी दी गई थी।              


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