बुधवार, 26 अगस्त 2020

गूगल लोकेशन से जनपद में मिली बाइक





अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। दिल्ली में गिरफ्तार हुए आईएसआईएस आतंकी मोहम्मद मुस्तकीम खान उर्फ अबू यूसुफ को सीमापार से उसके आका और आईएस हैंडलर ने स्लीपर सेल नेटवर्क के जरिए गाजियाबाद में बाइक मुहैया कराई थी। इसके लिए आरोपी को हैंडलर की तरफ से बाइक की गूगल लोकेशन भेजी गई थी, जहां पहुंचने पर उसे चाबी लगी बाइक खड़ी मिली थी। इतना ही नहीं, बाइक की टंकी पेट्रोल से फुल थी। जैसे ही संदिग्ध आतंकी ने बाइक स्टार्ट की, उसे उसका अगला टारगेट फिर से ‘गूगल लोकेशन’ के जरिए ही भेजा गया। यह खुलासा आरोपी से पूछताछ में हुआ है।


सीमापार से आए निर्देश के मुताबिक, संदिग्ध आतंकी को बाइक से पहले धौलाकुआं पहुंचना था, जहां से उसे रिज रोज होते हुए करोलबाग की तरफ जाने का निर्देश दिया गया था। यह खुलासा मुठभेड़ के बाद दबोचे गए संदिग्ध आतंकी ने पूछताछ के दौरान किया है। आरोपी ने यह भी बताया कि उसे कह कहां जाना है, कहां से हथियार लेना है, कहां से विस्फोटक लेना है, और कहां आईईडी का टारगेट फिक्स करने लिए जाना है, यह सबकुछ उसे अफगानिस्तान में बैठा उसका आका ‘गूगल लोकेशन’ या फिर चैट अप्लीकेशन के जरिए मुहैया कराने वाला था।



आरोपी मुस्तकीम की मानें तो उसे जो कुछ भी करना होता था, वह सबकुछ सीमापार से ही तय होता था। हालांकि पुलिस ने उसे करोलबाग जाने के पहले ही रिज रोड पर मुठभेड़ के बाद धर दबोचा। पुलिस अब उसके और उसके नेटवर्क से जुड़े लोगों के जरिए यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि क्या उससे कोई मिलने वाला था या फिर उसे आगे के लिए दोबारा निर्देश मिलने वाला था। 


बाइक का इंजन व चेचिस नंबर मिटाया
मामले की जांच में जुटी स्पेशल सेल सूत्रों की मानें तो इस बाइक का इंजन और चेचिस नंबर भी मिटा दिया था ताकि आरोपी के पकड़े जाने या फिर वारदात के बाद बाइक बरामद होने की स्थिति में इन नंबरों के जरिए बाइक के मालिक तक पुलिस न पहुंच सके। मामले की तफ्तीश में जुटी स्पेशल सेल की टीम बाइक के मालिक तक पहुंचने की कोशिश में जुटी है। जिस लोकेशन से संदिग्ध आतंकी ने यह बाइक उठाई थी, उस बाइक को किस शख्स ने वहां लाकर खड़ा किया था, यह जानने के लिए आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जा रहा है। पुलिस यह पता लगा रही है कि यह बाइक गाजियाबाद की ही है या फिर कहीं और की। इसके अलावा यह चोरी की है या फिर किसी ऐसे शख्स की है जो स्लीपर सेल के रूप में काम करता है और उसने इंजन व चेचिस नंबर मिटाकर यह बाइक आतंकी को मुहैया कराई थी।  


बस से पहुंचा था गाजियाबाद
स्पेशल सेल सूत्रों के मुताबिक आतंकी मोहम्मद मुस्तकीम खान बलरामपुर स्थित अपने घर से तो किसी के इलाज के लिए सिलसिले में लखनऊ जाने की बात कहकर निकला था। इसके बाद वह घर नहीं गया। वह कुछ दिनों तक लखनऊ में ही रहा और वहां से बस में सवार होकर गाजियाबाद पहुंचा। इस दौरान ही उसे गूगल लोकेशन भेजकर गाजियाबाद से बाइक उठाने को कहा गया था। अब तक की तफ्तीश के मुताबिक, उसने दिल्ली में आईईडी प्लांट करने के अलावा फिदायिन हमले के लिए तीन मानव बम तैयार करने के लिए विस्फोटक से लैस दो जैकेट और एक बेल्ट भी बनाकर अपने घर में रखा था।                                   




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