अश्वनी उपाध्याय
गाज़ियाबाद। नगर निगम द्वारा स्वच्छ भारत मिशन के तहत खरीदे गए 50 लाख रुपये कीमत के दस मोबाइल टॉयलेट कहीं गायब हो गए हैं। इस मामले में नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर ने स्वास्थ्य विभाग के एक जोनल अधिकारी, वरिष्ठ स्वास्थ्य निरीक्षक और बाबू के खिलाफ जांच बैठा दी है। जांच का जिम्मा अपर नगर आयुक्त प्रमोद कुमार को सौंपा गया है जो तीन दिन में अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे। जांच के आधार पर एफआइआर दर्ज कराई जाएगी। यदि जांच में नगर निगम के कर्मचारियों की संलिप्तता पाई जाती है तो संबंधित अधिकारियों और बाबू से रिकवरी भी होगी।
आपको बता दें कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत नगर निगम ने 28 मोबाइल टॉयलेट खरीदे थे। एक मोबाइल टॉयलेट की कीमत करीब पाँच लाख रुपये थी। स्वच्छ सर्वेक्षण के दौरान इन मोबाइल टॉयलेट को शहर के विभिन्न स्थानों पर लगाया गया था। ताकि लोग खुले में शौच न करें। शौच करने के लिए मोबाइल टॉयलेट का प्रयोग करें। नगर आयुक्त ने बुधवार रात स्वास्थ्य विभाग की बैठक ली तो पता चला कि इनमें से 10 मोबाइल टॉयलेट शहर में नहीं हैं। कहाँ गए किसी को नहीं पता। मिलीभगत कर मोबाइल टॉयलेट गायब करने की आशका पर इस मामले में अपार नगर आयुक्त को जांच सौंपी गई है। दो अधिकारी और एक बाबू को आरोपित बनाते हुए जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। इन आरोपितों को मौका दिया गया है कि जांच पूरी होने तक मोबाइल टॉयलेट को तलाश लाएं।
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