अश्वनी उपाध्याय
गाजियाबाद। गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन ने जिलाधिकारी को सौंप चेतावनी दी है कि अगर सात दिनों के अंदर जिला स्तरीय शुल्क नियामक समिति ने ऑन लाइन क्लास के अनुसार फीस का निर्धारण नहीं किया तो वे 2 सिंतबर 2020 से जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ जाएंगे।
आपको बता दें कि इससे पहले 22 जुलाई को भी पेरेंट्स एसोसिएशन ने जिलाधिकारी कार्यालय के सामने धरना और क्रमिक भूख हड़ताल की थी। उस समय जिला विद्यालय निरीक्षक और सिटी मजिस्ट्रेट ने तथाकथित रूप से पेरेंट्स एसोसिएशन को तथाकथित रूप से आश्वासन दिया था कि किसी भी बच्चे की ऑनलाइन क्लास बंद नहीं होगी और ना ही किसी भी बच्चे का नाम काटा जाएगा। जिसके बाद जीपीए ने अपनी कार्मिक भूख -हड़ताल को स्थगित कर दिया था। लेकिन हाल ही में कुछ निजी स्कूलों ने फीस न जमा कराने वाले बच्चों की ऑनलाइन क्लासें बंद कर दी थी जिसके लिए जिला विद्यालय निरीक्षक की ओर से ऐसा करने वाले स्कूलों को नोटिस जारी किया गया था।
पेरेंट्स एसोसिएशन का आरोप है कि उन्हें बच्चों की ऑनलाइन क्लास को रोकना, एग्जाम रोकना, एग्जाम के रिजल्ट रोकना एवं बच्चों के नाम काटने तक की धमकी देने की अनगिनत शिकायतें मिल रही हैं। इस बारे में जिला स्कूल इंस्पेक्टर और जिला स्तरीय शुल्क नियामक समिति को पत्र लिखने के बाद केवल कुछ स्कूलों को ही नोटिस जारी किया गया है जिससे अभिभावक संतुष्ट नहीं है।
डीएम गाज़ियाबाद को दिए गए ज्ञापन में गाज़ियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन की प्रमुख मांगें इस प्रकार हैं
- लॉक डाउन समय की एक तिमाही ( अप्रैल , मई , जून) की फ़ीस माफ़ी।
- ऑनलाइन क्लास के अनुसार फ़ीस निर्धारित करना।
- बच्चों की बंद की गईं ऑनलाइन क्लास को तत्काल प्रभाव से शुरू करवाना।
- DFRC को अभिभावकों द्वारा की जा रही शिकायतों का निस्तारण करना।
- ज़िले के सभी निजी स्कूलों की बैलेंस-सीट की जाँच कर फीस अधिनियम 2018 के अनुसार फीस का निर्धारण।
ज्ञापन देने वालों अभिभावकों में अनिल सिंह , कौशलेन्द्र सिंह कौशल ठाकुर, अजित रावत , अजित कुमार मिश्रा , अरुण आजाद , मनीष कुमार , दीपक चौधरी , सुमित चौधरी , विवेक जैन , विवेक त्यागी , अनुभव कौशिक , विनय कक्कड़ आदि प्रमुख हैं।
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