अश्वनी उपाध्याय
गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश आवास विकास परिषद की मंडोला विहार योजना से प्रभावित मंडोला,नानू, पंचलोक,नवादा,अग्रोला,मिलक बामला आदि गांव के धरनारत किसानों ने शासन प्रशासन,जनप्रतिनिधियों व परिषद द्वारा अनदेखी करने से नाराज होकर अपने आंदोलन के क्रम में दिनांक 7/9/2020 को मंडोला विहार योजना में स्थित परिषद के कार्यालय का घेराव करके ताला बंदी करने का निर्णय लिया है। भूमि अधिग्रहण से प्रभावित मंडोला समेत छह गांव के किसान 2 दिसम्बर 2016 से अपनी अधिग्रहीत उपजाऊ एवं बहुफसलीय जमीन का मुआवजा भूमि अधिग्रहण अधिनियम 2013 से दिए जाने की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन करते आ रहे हैं कई दौर की वार्ता भी हुई लेकिन सार्थक परिणाम नहीं निकलने पर किसानों ने धरने का नेतृत्व कर रहे किसान नेता मनवीर तेवतिया का साथ छोड़ दिया और अपने धरने की बागडोर पूर्व सांसद एवं जदयू के राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी के हाथ में सौंप दी। केसी त्यागी ने धरने की कमान संभालते ही सबसे पहले क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि सांसद जनरल वी०के०सिंह व विधायक नंदकिशोर गुर्जर से किसानों का सामंजस्य बैठाने का काम किया ।
लेकिन पीड़ित किसानों की किसी ने सुध नहीं ली जिसके चलते किसानों को परिषद कार्यालय की तालाबंदी करने का फैसला लेना पड़ा । किसानों का कहना है कि 7 सितम्बर तक किसानों की मांगों पर सहमति नहीं बनाई गई तो किसान परिषद कार्यालय के मुख्य द्वार पर ताला जड़ कर वहीं अपना तम्बू लगाकर बैठ जाएंगे और मांग पूरी होने से पहले वहां से नहीं उठेंगे । आज किसानों द्वारा बनाई गई रणनीति से जैसे ही के० सी० त्यागी जी को अवगत कराया तो उन्होंने कहा कि यदि मुझे भी आना पड़ा तो मै भी ताला बंदी के समय मौजूद रहूंगा उन्होंने कहा कि मै किसी भी कीमत पर किसानों को न्याय दिलाकर रहूंगा । आज किसानों के धरने पर सैकड़ों लोग मौजूद रहे ।
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