सोमवार, 17 अगस्त 2020

चीन पीछे हटने के बजाय केवल बिछा रहा है

पेइचिंग। पूर्वी लद्दाख में भारत से तनाव के बाद चीन भले ही बातचीत का दावा कर रहा हो, उसकी हरकतें कुछ और ही इरादा जता रही हैं। ताजा रिपोर्ट्स के मुताबिक चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) ने पैंगॉन्ग सो और गोगरा-हॉट स्प्रिंग्स इलाके में फाइबर ऑप्टिक केबल बिछाने शुरू कर दिए हैं। इससे पहले इस इलाके में पावर लाइन्स भी देखी गई थीं। इसकी वजह से इंसानी और मानवरहित, दोनों ऑपरेशन्स पर काफी असर पड़ सकता है।
हट नहीं रही PLA, बिछाए केबल
ओपन इंटेलिजेंस सोर्स detresfa ने भारतीय मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से यह दावा किया है कि PLA ने पैंगॉन्ग सो और गोगरा-हॉट स्प्रिंग्स इलाके में फाइबर ऑप्टिक केबल बिछाने शुरू कर दिए हैं। detresfa ने सैटलाइट तस्वीरें शेयर की हैं जहां ये केबल लगाए गए हैं और पावर लाइन्स बिछाई गई हैं।
PLA की लद्दाख और अक्साई चिन क्षेत्र में मौजूदगी काफी कम हो गई है लेकिन लद्दाख में 1,597 किमी सीमा पर उसकी सेना मौजूद है और हटती हुई नहीं दिख रही है। लद्दाख में चीन की PLA के रुख से संकेत मिल रहे हैं कि उसे चीन के केंद्रीय सैन्य आयोग से इसकी इजाजत मिली हुई है जो राष्ट्रपति शी जिनपिंग के अंतर्गत आता है। दरअसल, चीन के नेता जहां शांति और स्थिरता की बात कर रहे हैं, वहीं उनके प्रतिनिधि भारत की सेना से पैंगॉन्ग सो में पुराने प्रशासनिक बेस को हटाने की मांग कर रहे हैं। यही नहीं, वे कुगरंग में पहाड़ी से नीचे जाने के लिए भी कह रहे हैं।
भारतीय सेना ने भी किया
इसके बाद भारतीय सेना ने भी अब फैसला कर लिया है कि वह अपनी जगह पर डटी रहेगी। भारत PLA की किसी डिमांड को नहीं मानेगा और यथास्थिति पर कायम रहेगा। सैन्य और कूटनीतिक बैठकों के बावजूद चीन LAC पर डटे रहने पर अड़ा है। जिसके बाद भारतीय सेना ने फैसला किया है कि कुगरंग नदी पर अपनी जगह पर वह डटी रहेगी जब तक चीन LAC पर पहले जैसी यथास्थिति नहीं लागू करता है।           





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