अश्वनी उपाध्याय
गाजियाबाद। कभी फोन पर कोविड मरीजों से फोन पर बातें करने और कभी स्वच्छ अस्पतालों के वीडियो शेयर कर सुर्खियां बटोरने वाला गाज़ियाबाद का चिकित्सा विभाग प्रदेश शासन द्वारा केवल 20 रेमडेसिविर मिलने पर फूला नहीं समा रहा है। अब तक कोरोना से हुई मौतों को प्रशासन के रेकॉर्ड में अपडेट करने में नाकाम जिला चिकित्सा विभाग ने कुछ चुनिन्दा चहेते पत्रकारों को बताया कि उन्होंने गाज़ियाबाद जिले को 20 रेमडेसिविर इंजेक्शन दिलाने में सफलता प्राप्त कर ली है।आपको बता दें कि फेफड़ों में कोरोना वायरस के संक्रमण के पहुंचने पर राम बाण का काम करने वाले रेमडेसिविर इंजेक्शन की एक वायल से तीन मरीजों की एक बार की डोज़ बनती है। सीएमओ डॉ. एनके गुप्ता ने बताया कि ये इंजेक्शन सिर्फ तीन माह में एक्सपायर हो जाते हैं। इसीलिए कम संख्या में भेजे गए हैं। जरूरत पड़ने पर और इंजेक्शन मिल जाएंगे।रेमडेसिविर एक एंटीवायरल दवा है, जो गंभीर मरीजों की जिंदगी बचाने में मददगार होती है। एक मरीज को छह डोज देनी होती हैं। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक गाजियाबाद में ऐसे करीब 25 मरीज हैं। सीएमओ ने बताया कि संजयनगर स्थित संयुक्त जिला चिकित्सालय में चल रहे एल-2 और संतोष मेडिकल कॉलेज के एल-3 अस्पताल को 1-1 मरीज के लिए इंजेक्शन दिए गए हैं। इसके अलावा आठ इंजेक्शनों को आरक्षित रखा गया है। उन्होंने बताया कि ये इंजेक्शन अक्टूबर के अंत तक एक्सपायर हो जाएंगे। इससे पहले ही इनका प्रयोग जरूरत के अनुसार किया जाएगा।
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