अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। वैसे तो दुनिया में कई अजीबो-गरीब जीव-जंतु हैं। मगर अभी भी बहुत से ऐसे ही जीव हैं जो दुनिया की नजरों से छिपे हुए हैं। हाल ही में वैज्ञानिकों ने गहरे समुद्र में रहने वाले ऐसे ही एक दुर्लभ कॉकरोच पर एक अध्ययन किया, जिसमें कई चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं। ये जीव 14 पैरों वाला है। इसकी लंबाई करीब डेढ़ फीट है। यह एक लकड़ी के पट्टे की तरह दिखता है, जो गहरे समुद्र में पाया जाता है। इस अनोखे जीव की खोज साल 2018 में हिंद महासागर में हुई थी। वैज्ञानिकों ने कॉकरोच की इस दुर्लभ प्रजाति को महासागर के जावा पश्चिम क्षेत्र में खोजा था। इस खास जीव पर रिसर्च के लिए 31 वैज्ञानिकों ने मिलकर काम किया। इसमें नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ सिंगापुर और ली कोंग चियान प्राकृतिक इतिहास संग्रहालय ने अहम भूमिका निभाई। शोध में पता चला कि किसी लकड़ी के पट्टे की तरह लगने वाला ये जीव बैथिनोमस प्रजाति का है। ये घरेलू कॉक्रोच से काफी बड़े होते हैं। कई बार तो ये 50 से 70 सेंटीमीटर तक के भी होते हैं।
इस जीव पर अध्ययन के लिए साल 2018 में लगभग दो हफ्ते तक खोज चली। इसके बाद समुद्री तटों के अलग-अलग 63 जगहों पर तलाशी ली गई। इस साल जुलाई में इसके नतीजे एक बायो जर्नल जूकीज में रखे गए। शोध में शामिल वैज्ञानिक कोनि एम सिदाबलोक और हेलेन पीएस वॉन्ग ने बताया कि इस समुद्री जीव को बैथिनोमस राकसा नाम दिया गया है। ये एक इंडोनिशियाई नाम है। इसमें राकसा शब्द जुड़ा है जिसका मतलब है काफी बड़ा। ये समुद्री इनवर्टिब्रेट की श्रेणी में आते हैं। इनकी रीढ़ की हड्डी नहीं होती है। अपने विशाल आकार के कारण इन्हें समुद्र का कोकरोच भी कहा जा रहा है। दुनिया में सुपरजाइंट आइसोपोड्स की अभी तक केवल सात प्रजातियां हैं। ये उस प्रजाति का दूसरा सबसे बड़ा जीव माना जा रहा है। इस कॉक्रोच के 14 पैर होते हैं। ये इनका इस्तेमाल समुद्र में शिकार की खोज के लिए करते हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Thank you, for a message universal express.