कविता देवी
नई दिल्ली। संक्रमित व्यक्ति के खांसने, छींकने या फिर सांस के माध्यम से हवा में वायरस छोड़ने से कोरोना वायरस फैलता है। हवा में तैरते वायरस किसी भी व्यक्ति के शरीर में सीधे या फिर वैसी चीज़ को छूने से, जहाँ विषाणुयक्त कण गिरे हैं, वहाँ से आंख, नाक और मुंह के माध्यम से प्रवेश कर सकते हैं। संक्रमण का बाहर से ज़्यादा जोखिम बंद जगहों पर होता है। ऐसी बंद जगहें जिसमें हवा के आने-जाने की अच्छी व्यवस्था की गई हो, वो संक्रमण के लिहाज़ से कम जोखिम वाली होती हैं। इसलिए सार्वजनिक परिवहनों जिसमें आप खिड़की खोल सकते हैं, वो इस लिहाज़ से थोड़ा बेहतर हैं। ट्रेन और बसों में जोखिम इस बात पर निर्भर करता है कि उसमें कितनी भीड़ है और आप खुद को दूसरों से बस स्टॉप और स्टेशन जैसी जगहों पर कितना दूर रख सकते हैं।
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