राजस्थान में फिर से लॉकडाउन की आहट, कई जिले पूर्ण और आशिंक बंद?
अब तक बूंदी जिले को सात दिन के लिए बंद किया गया है। साथ ही उदयपुर, बांसवाडा, अलवर, भरतपुर, धौलपुर समेत कई जिलों में बाजारों को कुछ घंटे पहले बंद किया जा रहा है ताकि संक्रमण की चेन को रोका जा सके।
जयपुर। कोरोना के हर दिन बन रहे नए रिकॉर्ड्स के बीच अब फिर से राज्य में लॉकडाउन की आहट शुरू हो गई है। दरअसल इस बार तो राज्यापाल ने प्रदेश को संभालने वाले आईपीएस और आईएएस अफसरों से हालात जाने हैं और उनको सख्ती बरतने के निर्देश दिए हैं। देश के कई अन्य राज्य भी लॉकडाउन की ओर जाने लगे हैं। कारण मरीजों की बढ़ती संख्या और वैक्सीन उपलब्ध नहीं होना बताया जा रहा है। ऐसे हालातों में प्रदेश में भी एक बार फिर से लॉकडाउन लगने के आसार हो रहे हैं। इस बारे में पुलिस मुख्यालय की मदद से सरकार भी सभी जिलों पर नजर बनाए रखे है। सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को इसके लिए रिपोर्ट तैयार करने के लिए कहा गया है। हांलाकि लॉकडाउन को लेकर अंतिम फैसला सरकार को ही लेना है।
*लॉकडाउन के कई विकल्प, तैयारी कर रही पुलिस*
बिहार समेत, यूपी, एमपी और अन्य कई राज्यों ने पूर्ण और आंशिक लॉकडाउन किया गया। कई राज्यों में यह अभी भी जारी है। इस बीच प्रदेश में भी लॉकडाउन के विकल्प तलाश किए जा रहे हैं। लेकिन सख्त जुर्माने और अन्य तरह की सख्ती के बाद भी हालात हर दिन हाथों से बाहर निकलते जा रहे हैं। हाल ही में अलवर शहर के कई बड़े बाजारों ने सप्ताह में दो दिन सोमवार और मंगलवार को पूरी तरह से बाजार बंद रखने की प्लानिंग की है। कोटा जिले में कई बड़े बाजारों ने काम के घंटे काम कर दिए हैं। जयपुर शहर में भी नियमों की पालना को लेकर सबसे ज्यादा सख्ती की जा रही है। इसके बाद भी मरीज बढ़ ही रहे हैं। ऐसे में अब जिलों की पुलिस को कहा गया है कि पूर्ण या आंशिक लॉकडाउन को लेकर तैयारी रखें और थानों की पुलिस को इस बारे में सूचित करें ताकि जल्द ही इस बारे में सख्त फैसला लिया जा सके। अब तक बूंदी जिले को सात दिन के लिए बंद किया गया है। साथ ही उदयपुर, बांसवाडा, अलवर, भरतपुर, धौलपुर समेत कई जिलों में बाजारों को कुछ घंटे पहले बंद किया जा रहा है ताकि संक्रमण की चेन को रोका जा सके।
*इन जिलों में लगातार बढ़ रही है मरीजों की संख्या*
प्रदेश में पिछले चार दिनों से हर रोज ग्यारह सौ से भी ज्यादा मरीज आ रहे हैं। हर दिन औसतन तीन से चार मौतें भी हो रही हैं। जयपुर, जोधपुर, बीकानेर, अलवर समेत करीब आठ से दस बड़े शहरों में मरीजों की संख्या हर रोज बढ़ रही है। इस अनुपात में मरीजों का इलाज भी लगातार चैलेंज बनता जा रहा है। जयपुर शहर की बात करें तो यहां पर दो सौ से भी ज्यादा जगहों पर हर रोज बंद और करफ्यू लगाया जा रहा है ताकि संक्रमण को रोका जा सके। लेकिन हर रोज नए क्षेत्रों में यह फैल रहा है।
*राजस्थान का रिकवरी रेट अन्य राज्यों से कम*
बात अगर राजस्थान के रिकवरी रेट की करें तो वह अन्य कई बड़े राज्यों से कम है। दिल्ली, हरियाणा, एमपी और मध्यपदेश जैसे राज्य मरीजों की रिकवरी होने में राजस्थान से आगे हैं। हांलाकि पिछले कुछ समय से रिकवरी रेट बढ़ रहा है लेकिन यह इतना नहीं है कि मरीज और जल्दी स्वस्थ हों। गौरतलब है कि प्रदेश में स्कूल, कॉलेज और अन्य बडे शिक्षण संस्थान फिलहाल पूरी तरह से बंद है। आवागमन पर भी सख्ती की गई है और एक राज्य से दूसरे राज्य में जाने वाले लोगों की भी पूरी जानकारी फिर से रखना शुरू कर दिया गया है। इस बीच एक अगस्त से अनलॉक तीन की तैयारी की जा रही है। बताया जा रहा है कि जिम और सिनेमा हॉल के कुछ नियमों की पालना करने पर खोलने की अनुमति दी जा सकती है। मंदिरों के लिए अभी किसी तरह की कोई गाइडलाइन नहीं आई है।
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