दुबे का नौकर, बोला- पुलिस ने ही दी थी दबिश की सूचना
संदीप मिश्रा
कानपुर। चौबेपुर थाना क्षेत्र के विकरू गांव में शुक्रवार रात हुई मुठभेड़ में शामिल कुख्यात विकास दुबे का नौकर दयाशंकर अग्निहोत्री को पुलिस ने कल्याणपुर थाना क्षेत्र में मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। मुठभेड़ में दयाशंकर के पैर में गोली लगी है। उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल में एडमिट कराया गया है। गिरफ्तार दयाशंकर ने बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि पुलिस की तरफ से ही दबिश की जानकारी विकास दुबे को दी गई थी। जिसके बाद उसने अपने सभी असलहाधारी गुर्गों को फोनकर बुलाया था। जिसके बाद हुई ताबड़तोड़ फायरिंग में एक सीओ समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे।
जिला अस्पताल में एडमिट दयाशंकर अग्निहोत्री ने बातचीत में बताया कि दबिश की सूचना पुलिस की तरफ से ही मिली थी। उसने बाते कि थाने से एक फोन आया था। जिसके बाद विकास दुबे ने अपने साथियों को असलहे के साथ बुलाया था। दयाशंकर ने बताया कि उस वक्त घर में एक ही असलहा था जो उसके नाम पर हैं। विकास दुबे ने उसी असलहे से गोली चलाई थी। गौरतलब है कि विकास दुबे के साथ फरार जिन 18 लोगों पर इनाम घोषित किया गया है, उसमें दयाशंकर का नाम पांचवें नंबर पर है। उस पर पुलिस ने 25 हजार का इनाम घोषित कर रखा था। दयाशंकर ने बताया कि उसने गोली नहीं चलाई. उसे कमरे में बंद कर दिया गया था। हालांकि वह नहीं बता सका कि कितने लोग इस गोलीबारी में शामिल थे।
पुलिस वाले ही मुखबिर
विकरू काण्ड के बाद से जारी तफ्तीश में अब तक एक बात तो साफ है कि मुखबिरी पुलिस डिपार्टमेंट की तरफ से ही दी गई। इससे पहले यह बात सामने आई थी कि दबिश से पहले गांव की बिजली भी काटी गई थी। इसके लिए भी चौबेपुर थाने से ही फोन आया था। इस मामले में भी जांच चल रही है। हालांकि संदेह के घेरे में आए एसओ विनय तिवारी को सस्पेंड कर दिया गया है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Thank you, for a message universal express.