अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। भारत सरकार मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने स्कूलों में बच्चों की ऑनलाइन क्लासेस को लेकर दिशा निर्देश जारी किया है, क्योंकि पालकों ने ऑनलाइन क्लास में कई समस्याओं को लेकर चिंता जाहिर की थी, जिसके बाद “प्रगति” नामक दिशा-निर्देश जारी करते हुए मंत्रालय ने सिफारिश की है कि प्री-प्राइमरी यानी छोटे बच्चों के लिए ऑनलाइन कक्षाओं की अवधि 30 मिनट से अधिक नहीं होनी चाहिए |
इसके अलावा कक्षा 1 से 8 के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने 45 मिनट तक के दो ऑनलाइन सत्रों की सिफारिश की है, जबकि कक्षा 9 से 12 के लिए 30-45 मिनट की अवधि के चार सत्रों की सिफारिश की गई है, इससे अधिक स्कूल ऑनलाइन क्लास नहीं ले सकता है, इन दिशा निर्देशों में डिजिटल शिक्षा के दौरान शारीरिक, मानसिक स्वास्थ्य एवं कुशलता से जुड़े आयाम पर ध्यान देने पर भी जोर दिया गया है, इसमें साइबर सुरक्षा, आचार, साइबर सुरक्षा को बनाये रखने के लिये उठाये जाने वाले एहतियात पर भी बल दिया गया है |
इस समय कोरोना महामारी के चलते पिछले कई महीनों से देश भर में स्कूलें बंद है, जब लॉकडाउन खोला गया, तब से बच्चों की ऑनलाइन क्लासेस शुरु की गई है, इस दौरान बच्चे स्क्रीन में ज्यादा समय बीता रहे है, ऐसे में मांग थी कि क्लास टीचिंग से ऑनलाइन शिक्षण के लिए एक शिफ्ट जरूरी है, देश के 240 मिलियन से अधिक बच्चे प्रभावित हुए हैं, मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने कहा कि महामारी के प्रभाव को कम करने के लिए स्कूलों को न केवल अब तक पढ़ाने और सीखने के तरीके को फिर से तैयार करना होगा, बल्कि घर पर स्कूली शिक्षा के एक अलग तरह के सिखाने के तरीके से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने की एक उपयुक्त विधि भी प्रस्तुत करनी होगी |
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