अतुल त्यागी (मेरठ मंडल प्रभारी)
हापुड़ पुलिस का कारनामा, FIR में 12 साल पहले मर चुके युवक को बनाया आरोपी
पश्चिम यूपी के हापुड़ में पुलिस ने मारपीट के एक मुकदमे में एक ऐसे युवक को आरोपी बना दिया, जिसकी 12 साल पहले ही हत्या कर दी गई थी। हालांकि पुलिस ने इस मामले में अपना स्पष्टीकरण दे दिया है।
हापुड़। पश्चिम यूपी के हापुड़ जिले में पुलिस ने मारपीट के एक मुकदमे में 12 साल पहले मर चुके एक युवक को ही नामजद कर डाला। मारपीट की इस वारदात के 13 दिन बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज की और कई लोगों को इसमें आरोपी बनाया। इस एफआईआर में पुलिस ने एक ऐसे युवक को आरोपी बना डाला जिसकी 12 साल पहले गौतमबुद्ध नगर में हत्या हो चुकी थी।
जानकारी के अनुसार मोहल्ला काशी नाथनगर गाँधी विहार निवासी इल्यास ने जून 2020 को थाना देहात में मुकदमा दर्ज कराया था। इस एफआईआर में इलियास ने आरोप लगाया कि 7 जून की सुबह वह डीजल लेने के लिए पेट्रोल पंप पर जा रहा था। इस दौरान सोनू नाम के एक युवक ने उससे मारपीट की और इसमें उसका दांत टूट गया।
तहरीर पर दर्ज किया गया केस
पुलिस ने वादी की तहरीर पर सोनू के खिलाफ भारतीय दंड सहिंता की धारा 323, 325 और 504 के तहत सोनू नाम के युवक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। हालांकि जिस सोनू को नामजद बनाया गया, उसके 12 साल पहले ही मारे जाने की सूचना पुलिस को मिली। इस मामले का खुलासा होने के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया।
एसपी ने दी मामले पर सफाई
इस मामले में पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन का कहना है की किसी भी मामले की तहरीर थाने में आती है तो उसकी एफआईआर दर्ज की जाती है। उसके बाद मामले की जांच की जाती है और जांच में यदि कोई व्यक्ति निर्दोष होता है तो उसका नाम निकाला जाता है। जो दोषी होता है उसका नाम प्रकाश में लाया जाता है वादी ने ऐसा क्यों किया इसकी जाँच की जाएगी?
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