रविवार, 26 जुलाई 2020

'मन की बात' कई मुद्दों पर विस्तृत चर्चा

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 बजे ‘मन की बात’ कार्यक्रम में देश को संबोधित किया।कारगिल विजय दिवस,कोरोना महामारी, वोकल फॉर लोकल, हैंडलूम और बाढ़ जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर बात की।


21 साल पहले आज के ही दिन कारगिल के युद्ध में हमारी सेना ने भारत की जीत का झंडा फहराया था। कारगिल का युद्ध जिन परिस्थितियों में हुआ था वो भारत कभी नहीं भूल सकता है। पाकिस्तान ने बड़े-बड़े मंसूबे को पालकर भारत की भूमि हथियाने और अपने यहां चल रहे आंतरिक कलह से ध्यान भटकाने को लेकर दुस्साहस किया था,भारत तब पाकिस्तान से अच्छे संबंधों के लिए प्रयासरत था। कारगिल युद्ध के समय मुझे भी कारगिल जाने और हमारे जवानों की वीरता के दर्शन का सौभाग्य मिला था। वो दिन मेरे जीवन के सबसे अनमोल क्षणों में से एक है। देश के नौजवानों से आग्रह है कि आज दिनभर कारगिल विजय से जुड़े हमारे जाबाजों की कहानियां,वीर- माताओं के त्याग के बारे में,एक-दूसरे को बताएं और शेयर करें।


कारगिल युद्ध के समय अटल जी ने लालकिले से जो कहा था वो आज भी हम सभी के लिए बहुत प्रासंगिक है। अटल जी ने तब देश को गांधी जी के एक मंत्र की याद दिलाई थी। अटल जी ने कहा था कि कारगिल युद्ध ने हमें एक दूसरा मंत्र दिया है। ये मंत्र था कि कोई महत्वपूर्ण निर्णय लेने से पहले हम ये सोचें कि क्या हमारा ये कदम उस सैनिक के सम्मान के अनुरूप है जिसने उन दुर्गम पहाड़ियों में अपने प्राणों की आहुति दी थी।


अभी कुछ दिन बाद रक्षाबंधन का पावन पर्व आ रहा है,मैं इन दिनों देख रहा हूं कि कई लोग और संस्थाएं इस बार रक्षाबंधन को अलग तरीके से मनाने का अभियान चला रहीं हैं,कई लोग इसे वोकल फॉर लोकल से भी जोड़ रहे हैं और ये बात भी सही है। इस समय बारिश का मौसम है, पिछली बार भी मैंने आप से कहा था कि बरसात में गंदगी और उनसे होने वाली बीमारी का खतरा बढ़ जाता है। अस्पतालों में भीड़ भी बढ़ जाती है इसीलिए आप साफ-सफाई पर बहुत ज्यादा ध्यान दें। कभी-कभी हम इस बात को समझे बिना सोशल मीडिया पर ऐसी चीजों को बढ़ावा दे देते हैं जो हमारे देश का बहुत नुकसान करती हैं,कभी-कभी जिज्ञासा वश फॉरवर्ड करते रहते हैं,पता है गलत है ये फिर भी करते रहते हैं। हमारा आचार- व्यवहार,हमारी वाणी,हमारे बयान,हमारी मर्यादा, हमारे लक्ष्य कसौटी में जरूर रहना चाहिए कि हम जो कर रहे हैं,कह रहे हैं, उससे सैनिकों का मनोबल बढ़े, उनका सम्मान बढ़े। आज हमारे देश में रिकवरी रेट अन्य देशों के मुकाबले बेहतर है,साथ ही हमारे देश में कोरोना से मृत्युदर भी दुनिया के ज्यादातर देशों से काफी कम है,पिछले कुछ महीनों से पूरे देश ने एकजुट होकर जिस तरह कोरोना से मुकाबला किया है। उसने अनेक आशंकाओं को गलत साबित कर दिया है। कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है, हमें बहुत ही ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। चेहरे पर मास्क लगाना या गमछे का उपयोग करना,दो गज की दूरी, लगातार हाथ धोना, कहीं पर भी थूकना नहीं, साफ सफाई का पूरा ध्यान रखना यही हमारे हथियार हैं जो हमें कोरोना से बचा सकते हैं। भारत का हैंडलूम और हैंडक्राफ्ट कितना रिच है, इसमें कितनी विविधता है। ये दुनिया जितना ज्यादा जानेगी उतना ही हमारे लोकल कारीगरों और बुनकरों को लाभ होगा। हम सभी का प्रयास होना चाहिए कि न सिर्फ भारतीय हैंडलूम और हैंडक्राफ्ट का ज्यादा-से-ज्यादा उपयोग करें बल्कि इसके बारे में ज्यादा-से-ज्यादा लोगों को बताएं।           


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