"मधुकर कहिन"
गऊ भक्ति का ढोंग करने वाले भक्तों से तो सुशीला किन्नर ही निकली बेहतर
चारों पैर कटी हुई गाय लेकर पहुंची एसपी कार्यालय और कि सख्त कार्यवाही की माँग
कल बढ़लिया गांव में एक गाय के चारों पैर काट देने की घटना सामने आई थी। जिस घटना के बाद ग्राम वासियों ने आरोपी सोहन सूरता पर गिरफ्तारी की कार्यवाही करने हेतु मीडिया के समक्ष अपनी बात कही। पुलिस ने भी बात सुन कर , शिकायत दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी। अब उसके बाद क्या हुआ क्या नहीं हुआ ? उसकी चर्चा बाद में करेंगे।
लेकिन आज जब भरी दोपहरी में सुशीला नामक किन्नर उस घायल अधमरी गाय को एक पिकअप वाहन में उठाकर एसपी कुंवर राष्ट्रदीप के कार्यालय पर पहुंचा। और इसे गौमाता पर अत्याचार की संज्ञा देते हुए सोहन सूरता पर सख्त कार्रवाई की मांग करने लगा। तब एक बार तो किन्नर को देखकर मीडिया और पुलिसकर्मियों में पल दो पल के लिए हड़कंप सा मच गया। बाद में एसपी कुंवर राष्ट्रदीप ने गंभीरता से बात सुनी।
लेकिन जिस बहादुरी से उस किन्नर ने चारों पाँव कटी गाय गाड़ी में लाकर एसपी के दरवाजे पर खड़ी कर दी ... वह बहादुरी सैकड़ों गौ सेवा संगठन चलाने वालों और गौमाता के नाम पर सोशल मीडिया पर 24 घंटे बक बक करने वाले अंध भक्तों के मूँह पर करारा तमाचा था।
अब सवाल यह है कि -❓
आखिर कहां गए वह गौ भक्त और वह सारे संगठन ? जो गौमाता के नाम पर बड़े बड़े आंदोलनों करते हैं। कहाँ गयी भाजपा, बजरंगदल और आरएसएस की गऊ भक्त टोलियाँ ? क्या यह दावे सिर्फ राजनीतिक फायदे और हिंदुत्व का ढोंग करने मात्र तक सीमित है ? जब एक किन्नर को गौमाता के लिए इतना दर्द है तो ढोंगी गौ भक्तों का अंतर्मन क्या मर गया है ?
नरेश राघानी
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