नैनी पुलिस के सांठ गांठ से तीन लाखों की जमीन पचास हजार में लिखवाने का आरोप
प्रयागराज। जिले में गत नैनी थाना अंतर्गत चाका ब्लाक स्थिति कमला नगर कालोनी निवासी अरुण कुमार उर्फ़ कमांडो जिसका मोबाइल न० 9149950878 है। अपने घर पर बुलाया और वहा बैठे कुछ अज्ञात लोगो के बीच जिसमे एक अधिवक्ता भी मौजूद था अवधेश गुप्ता के लेनदेन के सम्बन्ध में बातचीत करते हुए मारापीट शुरू कर दी पहले घुसे से मारा फिर पैर से पेट पर प्रहार किया उसके बाद लगभग 3 तोले सोने की चैन छिनने की कोशिस की गई फिर चार पहिया वाहन की चाभी व पैसा लेने की कोशिस की गई।
मौजूद अधिवक्ता ने संतोष पत्रकार की तीन लाख की जमीन 50 हजार रुपये में बैनामा कर शेष धनराशि एक वर्ष में देने के कागजात पर हस्ताक्षर करवाया गया जिसमे चार पांच गवाह मौजूद रहे और साथ में अवधेश गुप्ता भी मौजूद थे जिनके पक्ष में जमीन लिखवाया गया। सवाल यह उठता है कि सेना के सिपाही को जिसे सम्पूर्ण देश सम्मान करता हो ऐसे किसी सिपाही को सिविल कार्य में हस्ताक्षेप करने का अधिकार नहीं है अगर है तो किसने दिया।
न वह न्याय पालिका थे न पुलिस — न नेता है न समाजसेवी
किसी को कोई परेशानी थी उसके लिए कानून मौजूद है इस तरह का अनैतिक कार्य है यह कार्य सेना के सिपाही होने के नाते उन्हें नहीं करना चाहिए था। किसी की जमीन को बिना पूरा पैसे दिए कैसे लिखवाया जा सकता है पर ऐसा अरुण गौतम ने किया जिसमें उनका हस्ताक्षर मौजूद है जबकि उनको जानकारी था कि संतोष कुमार का एक हिन्दी अखबार निकलता है साथ में पापर्टी डिलिंग का भी काम करता है। मिली जानकारी के अनुसार अरुण कुमार उर्फ़ कमांडर बीते तीन चार सालो से लगतार अपना मकान बनवा रहा है विस्तार सोच के चलते कमला नगर कालोनी को अपना नाम से कमांडो नगर बना दिया था स्थानीय प्रधान के हस्ताक्षेप से उनका नाम मिटाया गया जिसमे प्रधान से भी इन्होने विवाद किया था कुछ मकान कब्ज़ा कर रखे हुए है एसी जानकारीमिल रही है यह जाँच का विषय है।
पत्रकार के बताने के अनुसार अरुण गौतम उर्फ़ कमांडो के पास स्थानीय पुलिस शराब पीने अक्सर अर्धरात्रि को आते रहते है। स्थानीय प्रशासन को घटना की गंभीरता को देखते हुए सख्त कार्यवाही करना चाहिए और सेना के अधिकारी भी घटना की जांचकर उचित कार्यवाही करना चाहिए जिससे सेना की गरिमा बनी रहे।
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