पटना। राजद प्रमुख लालू प्रसाद और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने शुक्रवार को सरकार पर हमला करने के लिए भोजपुरी का इस्तेमाल किया है। राजद प्रमुख ने कहा है कि बिहार का हाल देख हमार दिल रो रहा है। राजद प्रमुख ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को संबोधित करते हुए कहा है कि ‘ई लुकाछिपी से कोरोना ना भागी। जब सेनापति मैदान छोड़ के भागऽल रही त लड़ाई के लड़ी।’ आरोप लगाया है कि बेरोजगारी, भुखमरी और अपराध से जनता परेशान है। सरकार अपना चेहरा रंगने में लगी है। लगभग चार महीने हो गये। लोगों को रोजी-रोटी पर आफत है। ऐसे में सीएम चार महीने में चार बार भी बंगले से बाहर नहीं निकले।
उधर, राबड़ी देवी ने भी आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री ‘अतिथि भूमिका’ में हैं। बाढ़, कोरोना, इलाज का अभाव, जल जमाव, ग़रीबी, पलायन, बेरोज़गारी समेत अनेक समस्याओं से बिहार त्राहिमाम कर रहा है लेकिन सूबे के मुखिया का कहीं पता नहीं है। संकट की घड़ी में उन्हें राज्यवासियों के बीच रहना चाहिए।
लालू जी चिंता न करें, बिहार सुरक्षित हाथों में : जदयू
प्रदेश जदयू के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह ने शुक्रवार को राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद को उन्हीं की भाषा भोजपुरी में जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि जब सत्ता में थे तो कुछ नहीं किए, आज भोजपुरी में बोलकर इस भाषा का मजाक उड़ा रहे हैं। संजय सिंह ने कहा कि लालू जी आप वहीं हैं न जहां आपको आपके नाम नहीं नम्बर से जाना जाता है। आपको बिहार की चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि बिहार एकदम सुरक्षित हाथ में है। घबराने की कोई जरूरत नहीं है, नीतीश कुमार सभी मर्ज की दवा हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार घर से कितनी बार निकलते हैं, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। बिहार की जनता के लिए काम हो रहा या नहीं, इससे फर्क पड़ता है। आपलोगों को यह बर्दाश्त नहीं हो रहा कि बिहार में इतना बेहतर तरीके से सबकुछ ठीक कैसे चल रहा है। कोरोना और बाढ़ में सीएम दिन-रात एक करके मेहनत कर रहे हैं। सभी जगह सुचारू रूप से काम चल रहा है।
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