अश्वनी उपाध्याय
गाजियाबाद। जनपद के सिहनी गेट थाना क्षेत्र के जटवाड़ा में रहने वाली रीतिका ने जिले के महिला थाने पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है। रीतिका का कहना है कि ससुराल वालों ने उसके साथ मारपीट करने के बाद उसका दुधमुंहा बच्चा छीन कर घर से निकाल दिया। शिकायत लेकर अब वह महिला थाने पहुंची तो उसे वहाँ भी उसकी सुनवाई नहीं हुई। मजबूरी में रीतिका आज अपनी शिकायत लेकर एसएसपी कार्यालय पहुंची।रीतिका के परिजनों के अनुसार जटवाड़ा गाजियाबाद निवासी रितिका का विवाह 24.4.2018 को हिंदू रीति-रिवाज के साथ परतापुर मेरठ के रहने वाले आदेश के साथ हुआ था। शादी में मायका पक्ष ने अपनी हैसियत से बढ़कर दान-दहेज दिया गया था। रीतिका का आरोप है कि उसके ससुराल पक्ष के लोग दहेज से संतुष्ट नहीं थे और अकसर मारपीट करते और दहेज की मांग करते थे। रीतिका ने इसी साल 20.6.2020 को एक पुत्र को जन्म दिया। पुत्र के जन्म होने से ससुराल पक्ष के लोग और लालची हो गए और छूछक के नाम पर 10 लाख रुपए की मांग करने लगे। पीड़िता का कहना है कि 22 जुलाई को सुबह 5 बजे के करीब ससुराल वालों के सभी सदस्यों ने उसके साथ अभद्र व्यवहार किया और उसके साथ मारपीट करते हुए उसके कपड़े तक फाड़ दिये। इसके बाद ससुराल पक्ष के लोगों ने उसका दुधमुंहा बच्चा छीनकर उसको घर से बाहर निकाल दिया। परेशान रीतिका अपने घर पहुंची और आपबीती बताई। इसके बाद पीड़िता के परिजन महिला थाने पहुंचे लेकिन वहां उनकी सुनवाई नहीं हो सकी। पीड़िता ने आज शुक्रवार को उक्त मामले की शिकायत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गाजियाबाद से की है तथा उनसे गुहार लगाई है कि मेरे दुधमुंहे बच्चे को वापिस दिलाया जाए।
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