पटना। बिहार में मंगलवार को फिर आसमानी बिजली कहर बनकर टूटी। बिहार के सारण और नवादा जिले सहित पांच जिलों के अलग-अलग क्षेत्रों में आसमान से बिजली गिरने (वज्रपात) से 11 लोगों की मौत हो गई। मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा आधिकारिक बयान में कहा गया है कि वज्रपात से सारण में 5, पटना और नवादा में 2-2 तथा लखीसराय और जमुई जिले में 1-1 व्यक्ति की मौत हो गई है।
सारण जिले के एक पुलिस अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि दोपहर में हुई बारिश के दौरान गरखा थाना क्षेत्र के महमदा गांव में वज्रपात की चपेट में आने से तीन लोगों की, जबकि रामगढ़ा गांव में एक व्यक्ति की मौत हो गई। मृतकों की पहचान महमदा गांव निवासी ठाकुर राय, सरोजा देवी, रवि कुमार और रामगढ़ा गांव निवासी रामायण साह के रूप में हुई है। इधर, नवादा में भी वज्रपात की चपेट में आने से दो लोगों की मौत हो गई है। नवादा बाइपास में मंगर बिगहा मोहल्ले के योगेंद्र यादव खेत में भैंस चरा रहे थे, तभी वज्रपात की चपेट में आने से उनकी मौत हो गई। इधर, अकबरपुर थाना क्षेत्र के गेरांडी गांव में वज्रपात की चपेट में आने से उगंता देवी की मौत हो गई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वज्रपात से हुई मौत पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि आपदा की इस घड़ी में वे पीड़ित परिवारों के साथ हैं। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को अविलंब चार-चार लाख रुपये अनुग्रह अनुदान देने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील करते हुए कहा, “सभी लोग खराब मौसम में पूरी सतर्कता बरतें। खराब मौसम होने पर वज्रपात से बचाव के लिए आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा समय-समय पर जारी किए गए सुझावों का अनुपालन करें। खराब मौसम में घरों में रहें और सुरक्षित रहें।” उल्लेखनीय है कि चार दिन पहले ही राज्य में वज्रपात से 96 लोगों की मौत हुई थी।
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