अयोध्या में प्रभु श्री राम के मंदिर की आधारशिला रखते समय कौशाम्बी की पवित्र मिट्टी और जल मंगाए जाने से कौशाम्बी का पुण्य फिर से हुआ जागृत
रामलला के भव्य मंदिर की नींव में प्रयोग होगा कड़ा धाम की माटी तथा पवित्र कुंड का जल
कौशांबी। जिले के 51 शक्तिपीठों में शामिल प्रसिद्ध तीर्थ स्थल मां शीतला धाम कड़ा की मिट्टी और जल मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के जन्म भूमि अयोध्या में आगामी 5 अगस्त को राम मंदिर निर्माण की आधारशिला रखे जाने के समय शीतला धाम की मिट्टी और जल शामिल किए जाने की याद त्रेता युग को तरोताजा कराएगी जब प्रभु श्री राम बनवास चित्रकूट जाते समय कौशाम्बी की पवित्र धरती से गुजरे थे।कौशाम्बी क्षेत्र का गौरवशाली इतिहास रहा है। जिसमें राम वन गमन मार्ग युगों युगों तक मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम के यश कीर्ति का गुणगान करता रहेगा अयोध्या में प्रभु श्री राम के मंदिर की आधारशिला रखते समय कौशाम्बी की पवित्र मिट्टी और जल मंगाए जाने से कौशाम्बी का पुण्य फिर से जागृत हुआ है तथा मंदिर निर्माण में लगे संत महात्माओं के इस निर्णय से जिले के लोग अपने को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।
अयोध्या में प्रस्तावित रामलला मंदिर निर्माण की नींव में इक्यावन शक्तिपीठ माता शीतला कड़ा धाम की मिट्टी तथा मंदिर में स्थित पवित्र कुण्ड के जल का प्रयोग किया जाएगा, मालूम हो कि 5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अयोध्या में भगवान श्री राम के मन्दिर का शिलान्यास करेंगे, जिसमे पूरे भारत के प्रमुख तीर्थ स्थलों की पवित्र मिट्टी एवं नदियों के जल नींव में प्रयोग किया जाएगा, इसी के क्रम में करोड़ों लोगों के आस्था का केंद्र बिंदु प्रदेश के प्रमुख तीर्थ स्थलों में शामिल कड़ा धाम जहाँ पूरे भारत से लाखों तीर्थ यात्री सालभर तीर्थटन के लिए आते रहते हैं,के तीर्थ पुरोहितों ने एक कलश में पवित्र जल तथा दूसरे कलश में मिट्टी भरकर अयोध्या के लिए तीर्थ पुरोहितों का एक जत्था रवाना किया गया, जहाँ वे "रामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र" ट्रस्ट के महासचिव चम्पत राय को मिट्टी एवं जल सौंपेगे,मालूम हो कि रामजन्म भूमि को लेकर कई दशकों तक विववाद चलता रहा है, जिसमे उच्चतम न्यायालय के निर्णय के बाद राम मंदिर निर्माण का रास्ता साफ हुआ है,इस आंदोलन में यहाँ के कई बुजुर्ग अपने युवास्था में इस आंदोलन से गहराई से जुड़े थे, शिलान्यास की तारीख की घोषणा के बाद इन बुजुर्गों में नई उत्साह का संचार हुआ है,इस अवसर पर तीर्थ पुरोहितों के साथ धाम वासियों में विशेष उत्साह दिखाई दिया,जिससे पूरा माहौल जय श्री राम के नारों से गूंज उठा इस अवसर पर राधेश्याम पण्डा, जगत प्रसाद पण्डा, पण्डा समाज अध्यक्ष भुक्कड़ पण्डा, रामायणी प्रसाद, ऊदल,मोनू पुरोहित अनिल प्रकाश पण्डा जगत प्रसाद पण्डा कुन्ना पण्डा, कड़ेकान्त रजत पण्डा आदि लोग उपस्थित रहे।
राम मन्दिर आंदोलन से जुड़े भक्त हुए भावुक
राम मंदिर आंदोलन को याद करते हुए आंदोलन से जुड़े सैकड़ो लोग भावुक होते हुए कहते हैं, होने वाला राम मन्दिर निर्माण दशकों के संघर्ष का परिणाम है,राम मंदिर आंदोलन से जुड़े लोगों का कहना है। युवावस्था में अपने सैकड़ो साथियों के साथ केंद्रीय नेतृत्व के आह्वान पर शासन प्रशासन की बन्दिशों को धता बताते हुए, पैदल ही कारसेवा के लिए लोग निकल पड़े रास्ते में हाथ जोड़कर वाहन चालकों से लिफ्ट लिया सैकड़ो किमी पैदल चले दो दिन भूखे रहे और जब अयोध्या पहुंचे तो पुलिस की लाठियाँ खायीं लेकिन संकल्प नही डगमगाया लाख दुश्वारियों के बाद भी हौसला आसमान को छू रहा था,जब भगवान श्री राम का मंदिर बन रहा है तो मन को संतोष है।
सुशील केशरवानी
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