- सहारनपुर के जिला अस्पताल में दिखी दम तोड़ती स्वास्थ्य सेवाएं
- इमरजेन्सी वार्ड के बाहर बगैर इलाज के ही मर गया मरीज
- बिलखती रही पत्नी, किसी ने उठाया तक नहीं भीगता हुआ शव
- वीडियो वायरल होने पर डाक्टर गढ़ने लगे कहानी,सीएमएस बोले, जांच होगी
लखनऊ। झांसी में कोरोना संक्रमित मरीज ने मरने से पहले मेडकिल कालेज की अव्यवस्थाओं का पूरा चिट्ठा वीडियो बनाकर वायरल कर दिया पर लगता है योगी सरकार सरकार के अफसरों को इन तमाम शिकायतों से कोई लेना देना नहीं है। हरदोई की रेप पीड़ित मासूम का पिता राजधानी के अस्पतालों के चक्कर काट-काट कर टूट चुका है। अब सहारनपुर से मेडिकल सेवाओं को कटघरे में खड़ा करने वाली ये खबर आ रही है कि अपने पति को इलाज के लिए जिला अस्पताल आई एक महिला को इलाज तो दूर की बात, उनके गुजरने के बाद पति का शव उठाने वाला भी कोई नहीं मिला।यूपी की लचर मेडिकल सेवाओं की जमीनी हकीकत ये है कि मरीज अब अस्पताल जाने से भी डर रहे हैं। झांसी में ऐसा ही कुछ हुआ। मिली जानकारी के मुताबिक साजिदा नाम की महिला अपने पति सुखराम को इलाज के लिए सोमवार सुबह जिला अस्पताल ले कर आई थी। वह काफी देर तक अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड के बाहर अपने पति के इलाज के लिए डॉक्टरों और अन्य स्वास्थ्यकर्मियों से मिन्नतें करती रही लेकिन किसी जिम्मेदार ने उसकी ये गुहार नहीं सुनी। बताया गया है कि डाक्टरों की अनदेखी के कारण मरीज सुखराम काफी देर तक इमरजेंसी वार्ड में फर्श पर पड़ा रहा पर न तो डाक्टरों को दिल पसीजा और न मेडिकल कर्मियों ने ही कुछ किया। इलाज के अभाव में फर्श पर पड़े पड़े ही मरीज ने दम तोड़ दिया।
मरीज के मरने के बाद भी मुसबीतों ने थमने का नाम नहीं लिया। सुखराम की लाश इमरजेन्सी वार्ड के बाहर फर्श पर ही पड़ी रही पर किसी ने उसे उठाने मे मृतक की पत्नी की मदद नहीं की। इसी बीच बारिश होने लगी और शव देर तक बारिश में भीगता रहा। लोग तमाशबीन बने घटना का वीडिय बनाते रहे लेकिन कोई मदद को आगे नहीं आया। इसी बीच काफी देर बात महिला के रोने की आवाजें सुनकर कुछ लोगों का दिल पसीजा और उन लोगं ने शव को वहां से उठाकर पास बने रैन बसेरा में रख दिया। इतना सब होने के बाद भी अस्पताल प्रशासन का दिल नहीं पसीजा और मेडिकल कर्मियों ने यह कहना शुरु कर दिया किइमरजेंसी वॉर्ड के सामने कोई शव छोड़कर गया था। हालांकि इस घटना का वीडियो सामने आने के बाद दो चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को हटाया गया है और मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं।
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