- फोन टेपिंग में राज्य के प्रमुख सचिव से रिपोर्ट तलब
- विधायकों की खरीद-फरोख्त से जुड़ा ऑडियो वायरल
नई दिल्ली। राजस्थान में सियासी खींचतान के बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय ने फोन टेपिंग मामले में राज्य के प्रमुख सचिव से रिपोर्ट मांगी है। सूत्रों ने बताया कि मामले में गृह मंत्रालय ने राजस्थान के प्रमुख सचिव से रिपोर्ट तलब की है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने इसे प्राइवेसी का हनन बताया था।
सूत्रों ने इंडिया टुडे को बताया कि गृह मंत्रालय ने कथित फोन टेपिंग मामले के संबंध में राजस्थान के मुख्य सचिव से रिपोर्ट मांगी है। बताया जा रहा है कि गृह मंत्रालय कथित रूप से लीक हुई ऑडियो बातचीत मामले पर कड़ी नजर रख रहा है, जिसकी राजस्थान पुलिस जांच कर रही है। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि ऑडियो राजस्थान में गहलोत सरकार को गिराने के लिए संजय जैन के साथ भंवर लाल शर्मा की बातचीत की है। कथित बातचीत लगभग 30 विधायकों को लेकर है जिसमें भंवर लाल शर्मा और संजय जैन एक दूसरे से बात कर रहे हैं। इस ऑडियो क्लिप की जांच के लिए एसओजी की टीम मानेसर स्थित होटल पहुंची थी लेकिन वहां भंवरलाल शर्मा नहीं मिले।
बीजेपी ने बताया था प्राइवेसी का हनन
बता दें कि जिस टेप को लेकर कांग्रेस बीजेपी का पर्दाफाश करने का दावा कर रही थी, बीजेपी ने उस पर ही सवाल खड़े किए थे। बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा था कि राजस्थान सरकार सबकी प्राइवेसी का हनन कर रही है। जब राज्य में लोग कोरोना काल में वेंटिलेटर के लिए तरस रहे हैं तो कांग्रेस विधायक स्विमिंग पूल में स्विमिंग कर रहे हैं।
बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि बताएं संजय जैन कौन है? हम इसे मैन्युफैक्चर्ड झूठ मानते हैं। संबित पात्रा ने कहा कि क्या बीजेपी ही सबकुछ कंट्रोल कर रही है? बिल्कुल नहीं, ये उनके पाप हैं। कांग्रेस घर में ही साजिश रची गई। हम लगातार कह रहे हैं कि ऑडियो टेप फर्जी है। संबित पात्रा ने फोन टेपिंग मामले में सीबीआई जांच की मांग की थी। उन्होंने कहा कि फोन टेपिंग मामले में सीबीआई जांच होनी चाहिए कि मानक प्रक्रिया का पालन किया गया था या नहीं।
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