पचास लाख रुपए आर्थिक सहायता और मृतक की पत्नी को दे नौकरी
गाजियाबाद में पत्रकार बिक्रम जोशी की हत्या पर फूटा कौशाम्बी के पत्रकारों का गुस्सा
कौशाम्बी। गाजियाबाद जनपद में पत्रकार विक्रम जोशी की गोली मारकर हत्या कर दिए जाने के बाद घटना की जानकारी जैसे ही कौशांबी जिले के ग्रामीण और शहरी पत्रकारों को लगी पत्रकार की हत्या पर उबाल आ गया और पत्रकारों ने एक सुर से इस घटना की आलोचना करते हुए कहा कि पत्रकारों की सुरक्षा सम्मान करना सरकारी अमला को मुख्यमंत्री को सिखाना होगा।
कौशाम्बी के पत्रकारों ने कहा कि विक्रम जोशी की हत्या करने वाले अवांछित तत्व से समाज प्रभावित हो रहा है और इन पर कठोर कार्यवाही किए जाने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने विक्रम जोशी के परिवार को दस लाख रुपये की आर्थिक सहायता दिए जाने की घोषणा की है। लेकिन पत्रकारों ने कहा कि मृतक पत्रकार विक्रम जोशी के परिजनों को 50 लाख रुपया की आर्थिक सहायता दिलाई जाए तथा साथ में उनकी पत्नी को सरकारी नौकरी दी जाए। बिक्रम जोशी पत्रकार के हत्यारों को तत्काल गिरफ्तार कर सजा दिलाई जाए। पत्रकारों ने कहा कि यदि विक्रम जोशी पत्रकार के हत्यारों को योगी सरकार ने सजा नहीं दिलाई तो पत्रकार अपनी आवाज बुलंद करने के लिए सड़क पर उतर आएगा।
पत्रकार की हत्या के बिरोध प्रकट करने वालो में वरिष्ठ पत्रकार रामबदन भार्गव,वरिष्ठ पत्रकार सुशील केशरवानी वरिष्ठ पत्रकार बैजनाथ केशरवानी उर्फ कल्लू पत्रकार अनुराग शुक्ला,राजू सक्सेना, सुबोध केशरवानी,नरेंद्र यादव, विनय मिश्रा, एनड़ी तिवारी,पवन पाण्डेय अंकित गुप्ता एडवोकेट जैगम अब्बास, अरविंद केशरवानी, धर्मेन्द्र सोनकर,ज्ञानू सोनी राजकुमार, बृजेन्द्र केशरवानी, मोनू पाण्डेय, अमन केशरवानी रामबाबू, अजीत कुशवाहा, अंकित केशरवानी,संत लाल मौर्या विष्णु सोनी,सुशील दिवाकर,सियाराम, मंजीत सिंह, गणेश साहू,सुनील चौधरी,सैयद अली, विजय मोदनवाल,राहुल यादव,मदन जायसवाल,शशि भूषण सिंह उर्फ बब्बू सिंह, नवीद अहमद, अश्वनी कुमार अनूप कुमार गब्बर सिंह रामप्रसाद गुप्ता सहित तमाम पत्रकार मौजूद रहे।
सुशील केसरवानी
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