शंघाई/नई दिल्ली। भारत-चीन संबंधों में उतार-चढ़ाव के बीच 27 जून को शंघाई में छठा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया। चीन में रहने वाले भारतीय समुदाय के लोग इस मौके पर महावाणिज्य दूतावास में आयोजित योग दिवस कार्यक्रम के हिस्सा बने। कार्यक्रम की शुरुआत शंघाई स्थित महावाणिज्य दूतावास में भारतीय कंसुलेट जेनरल अनिल राय के संबोधन से हुई।
बता दें कि 21 जून को छुट्टी नहीं होने की वजह से वहां आज यानी शनिवार को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम का आयोजन ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों मोड में किया गया। भारत और चीन सहित दुनिया भर के योग विशेषज्ञ और उत्साही ऑनलाइन मंच के माध्यम से इस कार्यक्रम में शामिल हुए।
समारोह की शुरुआत महावाणिज्य दूत अनिल कुमार राय के संबोधन के साथ हुई, जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के छठे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर दिए गए भाषण को प्ले किया गया। इस मौके पर महावाणिज्य दूत ने योग की उत्पत्ति और पतंजलि योग के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला, जिसमें अस्तंगयोग भी शामिल है. उन्होंने योग दर्शन में ध्यान के महत्व और वर्तमान महामारी से निपटने में इसकी भूमिका पर भी जोर दिया। संबोधन के बाद योग प्रोटोकॉल था, जिसे ए सी देशमुख के मार्गदर्शन में किया गया था। उन्होंने भारत से ऑनलाइन प्रोटोकॉल दिया। इस मौके पर एक पैनल चर्चा का भी आयोजन किया गया, जिसमें योग विशेषज्ञों और उत्साही लोगों ने योगिक दर्शन पर अपने विचार व्यक्त किए, साथ ही अपने अनुभवों को साझा किया कि कैसे योग ने उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाए।
कार्यक्रम के अंत में पुरस्कार वितरण समारोह भी आयोजित किया गया. महावाणिज्य दूतावास ने शंघाई के एक युवा कलाकार को सम्मानित किया, जिसने ICCR ग्लोबल आर्ट प्रतियोगिता ‘यूनाइटेड अगेंस्ट कोरोना-एक्सप्रेस थ्रू आर्ट’ के डिजिटल और न्यू एज आर्ट श्रेणी में पुरस्कार जीता।
सीजीआई शंघाई की ओर से 6वीं आईडीवाई का आयोजन करने के लिए आयोजित ‘योग फोटो प्रतियोगिता’ के लिए तीन सर्वश्रेष्ठ तस्वीरों को पुरस्कार भी दिए गए। फोटो प्रतियोगिता के पुरस्कार विजेता भी ऑनलाइन मोड के माध्यम से इस आयोजन में शामिल हुए।
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