नई दिल्ली। उत्तराखंड में कुमाऊंनी के सुप्रसिद्ध लोकप्रिय गीतकार, संगीतकार एवं गायक हीरा सिंह राणा का शनिवार तड़के दिल का दौरा पड़ने से यहां निधन हो गया। वह 77 वर्ष के थे। राणा अल्मोड़ा जिले के मानिला गांव के रहने वाले थे और वर्तमान में पूर्वी दिल्ली के विनोद नगर में रहते थे।
लोक गायक वर्तमान समय में राजधानी में गठित कुमाऊंनी, गढ़वाली और जौनसारी भाषा अकादमी के उपाध्यक्ष थे। उनके निधन से देवभूमि के संगीत जगत को अपूरणीय क्षति हुई है। उन्हें लोग हीरदा कुमाऊंनी के नाम से भी पुकारते थे। महज 15 साल की उम्र से पहाड़ की संस्कृति से जुड़कर लोक गीतों की रचना करने वाले राणा का नाम उत्तराखण्ड के प्रमुख गायक कलाकारों में प्रथम पंक्ति में आता है। हीरदा ने रामलीला, पारंपरिक लोक उत्सव और वैवाहिक कार्यक्रमों से अपने गायन का सफ़र शुरू किया और बाद में आकाशवाणी नजीबाबाद, दिल्ली, लखनऊ ही नहीं अपितु देश-विदेश में भी अपनी बेहद सुरीली आवाज में पहाड़ी लोक गीतों की धाक जमायी है। उनका अंतिम संस्कार आज निगम बाेध घाट पर किया जाएगा।
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