सोमवार, 22 जून 2020

सीबीएसई कर रहा भारी दबाव का सामाना

नई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड यानी सीबीएसई मौजूदा समय में दसवीं और बारहवीं की परीक्षाएं रद्द करने को लेकर भारी दबाव का सामना कर रहा है। दरअसल, कुछ पेरेंट्स ने कोरोना वायरस के बढ़ते मालों को देखते हुए परीक्षाएं रद्द करने की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है। जिसके बाद कोर्ट ने भी सीबीएसई से इस बारे में जवाब मांगा है। माना जा रहा है कि बोर्ड इन परीक्षाओं को रद्द करने का फैसला ले सकता है।लेकिन बात सिर्फ इतनी ही नहीं है, बल्कि परीक्षाएं रद्द करने का असर इंजीनियरिंग और मेडिकल की प्रवेश परीक्षाओं पर भी पड़ना तय है।


सीबीएसई बोर्ड एग्जाम रद्द हुए तो प्रवेश परीक्षाओं का टलना भी तय


दरअसल, सीबीएसई (CBSE) और आईसीएसई बोर्ड (ICSE Board) की स्थगित परीक्षाओं को लेकर बनी असमंजस की स्थिति के बाद अब केंद्रीय शिक्षक पात्रता यानी सीटीईटी एग्जाम (CTET Exam), जेईई मेंस (JEE Mains) और नीट (NEET) पर भी गतिरोध बनता नजर आ रहा है। ये सभी परीक्षाएं जुलाई में ही कराई जानी है। ऐसे में अगर 1 से 15 जुलाई तक प्रस्तावित सीबीएसई बोर्ड की दसवीं और 12वीं की परीक्षाएं रद्द की जाती हैं तो इन प्रवेश परीक्षाओं का टलना भी लगभग तय हो जाएगा।


कोरोना वायरस का संक्रमण रोकना आसान नहीं होगाः देश के लाखों स्टूडेंट्स सीटीईटी, जेईई मेंस और नीट जैसी प्रवेश परीक्षाओं में हिस्सा लेते हैं.।देश के अलग-अलग हिस्सों में इन परीक्षाओं के केंद्र बनाए जाते हैं। ऐसे में परीक्षार्थियों को कोरोना वायरस के संक्रमण की चपेट में आने से रोकना कम बड़ी चुनौती नहीं है।ऐसे में जबकि जुलाई में जेईई मेंस के बाद 23 अगस्त को जेईई एडवांस एग्जाम भी प्रस्तावित हैं तो इसके आयोजन को लेकर भी संकट के बादल मंडराते दिख रहे हैं।


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