रियाद। कोरोना वायरस संक्रमण के दौर में भी 2020 में सऊदी अरब हज का आयोजन करेगा। लेकिन इस बार केवल सऊदी अरब में रह रहे लोग ही हज कर पाएंगे। सऊदी अरब सरकार के हज और उमरा मामलों के मंत्रालय ने सोमवार को बयान जारी करके बताया है कि कोरोना वायरस संक्रमण के चलते इस बार सीमित हाजियों को ही हज करने की इजाजत होगी। इस बयान में कहा गया है कि इस साल कोरोना संक्रमण को देखते हुए दूसरे देशों से आने वाले हाजियों की अनुमति नहीं होगी। अधिकारियों के मुताबिक सोशल डिस्टेंसिंग के प्रावधानों के चलते ही यह फ़ैसला लिया गया है। बयान में कहा गया है कि लोगों में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए दूसरे तमाम सुरक्षात्मक प्रावधान भी अपनाए जाएंगे। इस्लामिक कैलेंडर चांद के हिसाब से बदलते रहते हैं लेकिन हज बकरीद के समय में होता है. इस बार हज का आयोजन अगस्त के पहले सप्ताह में हो रहा है। इस्लाम के पांच बुनियादी स्तंभ हैं, इसमें सबसे आख़िरी हज माना जाता है। शारीरिक रूप से ठीक और आर्थिक रूप से संपन्न मुसलमान जीवन में कम से एक बार हज करने की इच्छा रखते हैं।
यही वजह है कि हर साल 20 लाख से ज़्यादा मुसलमान हज के लिए मक्का पहुंचते हैं। हालांकि इस बार दूसरे देशों से मुसलमान हज करने के लिए सऊदी अरब नहीं जा पाएंगे। वैसे कोरोना संकट को देखते हुए इस साल हज यात्रा स्थगित होने के भी कयास लगाए जा रहे थे। अप्रैल महीने में हज मामलों के मंत्री मोहम्मद सालेह बंतेन ने कहा था कि सऊदी अरब हाजियों की सुरक्षा को लेकर फ़िक्रमंद है और लोगों से उन्होंने गुज़ारिश की है कि वे अपनी बुकिंग को लेकर किसी भी तरह की कोई जल्दबाज़ी न दिखाएं। कोरोना वायरस के संक्रमण के ख़तरे को देखते हुए उमरा को भी बंद रखा गया था। उमरा के लिए यात्रा पर पाबंदी मार्च में कोरोना लॉकडाउन की पाबंदी के साथ ही लगाई गई थी। सऊदी अरब में कोरोना संक्रमण के कुल मामले एक लाख 61 हज़ार से ज़्यादा हो चुके हैं। जबकि अब तक देश में एक हज़ार 307 लोगों की मौत हुई है। पिछले सप्ताह के अंत में सऊदी अरब ने लॉकडाउन हटाया है।
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