बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे में तालाब को तहस-नहस किए जाने का है आरोप ग्रामीणों ने की ओवरब्रिज बनाए जाने की मांग
बुलंदशहर। विकासखंड कुठौंद के ग्राम मिहोना में चकबंदी के पूर्व से पूर्ण रूप से सुसज्जित ग्राम सभा के तालाब को तहसनहस करने पर बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे निर्माण का कार्य कर रही कंपनी आमादा है। इसको लेकर ग्रामीणों में गहरा रोष व्याप्त है। ग्रामीणों ने उच्च अधिकारियों को शिकायती पत्र भेजकर तालाब में एक्सप्रेस वे निर्माण रोके जाने की मांग की है। प्राप्त विवरण के अनुसार ग्राम मिहोना निवासी पूर्व प्रधान भगवान सिंह यादव ओंकार सिंह यादव एवं ग्रामीण राम लखन यादव करण सिंह यादव सरदार सिंह यादव बादाम सिंह यादव लहिया सिंह यादव समेत एक सैकड़ा ग्रामीणों ने जिलाधिकारी सहित आयुक्त ,मंडलायुक्त, मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार को भेजे गए पत्र में आरोप लगाया है कि बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे की कार्यदाई संस्था जानबूझकर तालाब के अस्तित्व को मिटाने का काम कर रही है।
जिसे हम ग्रामीण किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेंगे। विदित हो की प्रशासनिक अधिकारी भी एक्सप्रेस वे ठेकेदारों की हां में हां मिला कर किसानों की आवाज पर भारी पड़ रहे हैं ।ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासनिक अधिकारी भी किसानों की मांग नहीं सुन रहे हैं कई बार किसानों द्वारा गुहार भी लगाई गई पर नतीजा सिफर ही रहा। ग्रामीणों ने चेतावनी भरे शब्दों में कहा है कि या तो तालाब के ऊपर ओवरब्रिज बनाकर के कार्य कराया जाए तभी काम होने देंगे अन्यथा की स्थिति में ग्रामीण आमरण अनशन से लेकर क्रमिक अनशन और भूख हड़ताल करने से भी पीछे नहीं हटेंगे। तालाब को लेकर ग्रामीणों में जबरदस्त रोष व्याप्त है। ग्रामीणों ने एक बार पुनः जिलाधिकारी महोदय से मांग की है जनहित में तालाब के अस्तित्व को बचाए जाने के क्रम में वैकल्पिक व्यवस्था बनवाए जाने की कार्यवाही करें। गौरतलब है कि एक तरफ सरकार जहां तालाब पोखर आदि के अस्तित्व को बनाए जाने के लिए खूब धन की व्यवस्था कर रही है वहीं दूसरी तरफ ग्राम मिहोना के तालाब को तहस-नहस होता देख रही है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Thank you, for a message universal express.