वैश्विक महामारी में घोटाला: प्रति यूनिट 1 से 2 किलो खाद्यान्न कम दे रहे हैं राशन डीलर
राशन डीलरों के द्वारा लोगों को कम दिया जा रहा है खाद्यान्न, कई जगहों से आ रही हैं शिकायत
राशन डीलर खाद्यान्न देने में गड़बड़ी करे तो उसकी शिकायत करें, अवश्य कार्यवाही की जायेगी: एसडीएम
नितिन मोदी
गुलावठी/बुलंदशहर। कई क्षेत्रों में राशन डीलरों के द्वारा लोगों को खाद्यान्न कम दिए जाने की शिकायतें मिल रही हैं। लोगों का आरोप है कि उन्हें उनके राशन कार्ड में दर्ज यूनिट के हिसाब से खाद्यान्न वितरण नहीं किया जा रहा है, बल्कि कोटेदार प्रति यूनिट 3 से 4 किलो खाद्यान्न देकर 1 से 2 किलो राशन कम दे रहे हैं तथा राशन डीलर खाद्यान्न बचाकर राशन की कालाबाजारी करने में जुटे हैं। कोरोनावायरस की वैश्विक महामारी के बीच राशन और गल्ले की दुकानें करने वाले कोटेदारों के यहां लगातार घोटाला किए जाने की शिकायतें आ रही हैं, जिसको लेकर प्रशासन पूरी तरह सतर्कता बरत रहा है। जिले में कई कोटेदारों के खिलाफ राशन की कालाबाजारी करने और घोटाला किए जाने के आरोप में कोटेदारों की दुकानें भी सस्पेंड हुई हैं तथा उनके खिलाफ मुकदमे भी दर्ज किये गए हैं। प्राप्त ताजा जानकारी के अनुसार गुलावठी क्षेत्र के गांव खुशहालपुर के एक कोटेदार के खिलाफ 3 जून को जनसुनवाई पोर्टल पर राशन कम देने और राशन लेने जाने वालों के साथ अभद्रता करने के आरोप में शिकायत दर्ज कराई गई है। जिसकी नियत तिथि 3 जुलाई है। लेकिन शिकायत अभी निस्तारित नहीं हुई है तथा अभी शिकायत लंबित सूची में है। ग्रामीणों के अनुसार उनके गांव का कोटेदार पिछले कई सालों से गरीबों का राशन कालाबाजारी कर रहा है। इसके साथ कुछ सफेदपोश भी मिले हुए हैं तथा कोटेदार उनसे मिलाकर गरीबों का राशन डकार रहे हैं। पूरे मामले को लेकर बुलंदशहर सदर तहसील एसडीएम सदानंद गुप्ता का कहना है कि यदि कोई भी राशन डीलर प्रति यूनिट 3 किलो गेहूं और 2 किलो चावल यानी कुल 5 किलो खाद्यान्न देने से आनाकानी करे या गड़बड़ी करे तो उसकी शिकायत करें।
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