दो वर्ष की तैनाती में ढाई करोड़ की जमीन खरीदने वाला गुनाहगार कौन
कौशाम्बी। पुलिस कार्यालय का वह कौन है गुनाहगार है जो कम पगार पाने पर भी अपनी काली कमाई से प्रदेश मुख्यालय लखनऊ में ढाई करोड़ कीमत की जमीन खरीद चुका है। इस गुनाहगार के कारनामों की चर्चा इन दिनों पुलिस कार्यालय में तेजी से है और यदि काली कमाई से ढाई करोड़ की जमीन खरीदने के मामले की पुलिस आला अधिकारियों ने इस गुनाहगार की जांच कराई तो काली कमाई के बेताज बादशाह पुलिस कार्यालय के उक्त कर्मी पर गाज गिरना तय है।
कौशांबी जिले में दो वर्षों की नौकरी के बीच ढाई करोड़ की जमीन प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कैसे खरीद लिया गया है यह बड़ा जांच का विषय है। पुलिस महकमे में इस बात की चर्चा जोरों पर है कि यमुना घाट के बालू माफियाओं के साथ-साथ भू माफियाओं से भी उस गुनाहगार के तार जुड़े हैं। जो बालू की खदान में हीरे की तलाश कर रहा है। काली कमाई का बेताज बादशाह उक्त कर्मचारी की दो वर्षों की तैनाती में लखनऊ जैसे महानगरों में ढाई करोड़ की जमीन खरीद लिया जाना अपने आप में आश्चर्य का विषय है कि, कहीं बालू माफियाओं और भूमि माफियाओं के संपर्क में रहकर इसी कमाई से उसने लखनऊ में जमीन तो नहीं खरीदी है।यह बेहद आश्चर्य की बात है कि उक्त कर्मचारी का एक वर्ष का वेतन पांच लाख रुपये के लगभग होगा और दो वर्ष में उस कर्मचारी ने दस लाख रुपए का वेतन सरकार से लिया होगा।
लेकिन दो वर्ष के दौरान ढाई करोड़ की जमीन उक्त कर्मचारी द्वारा खरीद लिया जाना इन दिनों पुलिस महकमे में चर्चा का विषय है और यह बड़ा जांच का विषय है पुलिस महकमे के उक्त कर्मी के काली कमाई के मामले में यदि आला अधिकारियों ने जांच कराई तो ढाई करोड़ कीमत की लखनऊ शहर में जमीन खरीदने के मामले में उक्त गुनाहगार को कठोर दंड मिल सकता है।
सुशील केसरवानी
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