शनिवार, 6 जून 2020

चुंधिया गई आंखें, झेलनी पड़ी फज़ीहत

चिकन बिरयानी खाकर चुंंधिया गई आंखें,सहमति के बाद झेलनी पड़ी फजीहत

ग्राम पंचायत में ग्राम सभा की भूमि को आसमान निगल गया या चट कर गई मशीनरी

भूमाफियाओं द्वारा प्लाटिंग कर बनाई गई कॉलोनियों मे संघर्ष के बाद मिलती है,सरकारी सुविधाएं

 

मुजफ्फरनगर। आगामी जिला पंचायत चुनाव को लेकर भूमाफिया के आवास पर शुक्रवार एक पंचायत हुई,जिसमें गांव के प्रधानों सहित सभासद भी रहे मौजूद आगामी ग्राम पंचायत चुनाव के प्रत्याशियों ने भी चिकन बिरयानी खाकर जताई सहमति पंचायत मे जिला पंचायत चुनाव के सदस्य के नाम पर लगी मोहर कौन बनेगा करोड़पति राजनीति ने लिया नया मोड़,

मुजफ्फरनगर। प्राप्त समाचार के अनुसार सदर तहसील क्षेत्र की ग्राम पंचायत शहाबुद्दीनपुर मे भूमाफिया के आवास पर तत्कालीन सभासद पूर्व ग्राम प्रधान सहित ग्राम प्रधान पति के लव लक्सर के साथ-साथ बीडीसी मेंबरों की पंचायत हुई,भू माफियाओं द्वारा बुलाई गई मीटिंग मे आगामी जिला पंचायत चुनाव मैं प्रत्याशी के नाम का चयन हुआ और चिकन बिरियानी खाकर आगामी ग्राम पंचायत चुनाव के प्रत्याशियों एवं बीडीसी मेंबर सहित ग्राम प्रधान पति भी आगामी जिला पंचायत सदस्य प्रत्याशी के नाम से सहमत हो गए हैं। दूसरी ओर भू माफियाओं की टोली से वार्ड 5 के जिला पंचायत सदस्य पति ने किनारा कर लिया है।

पंचायत के बुलावे पर दावत मै गए एक व्यक्ति(रोलू) ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि नगर पालिका से सटी शहाबुद्दीन पुर ग्राम पंचायत मैं आगामी चुनाव की तैयारियों के लिए पक्ष विपक्ष के सभी प्रत्याशियों को बुलाया गया जिसमें चिकन बिरयानी खिलाकर आगामी जिला पंचायत चुनाव लड़ाने के लिए प्रत्याशी का नाम पेश किया गया जिस पर सहमति बन गई है।लेकिन ग्राम पंचायत प्रधान पद के प्रत्याशी के नाम करण को लेकर भूमाफियाओं द्वारा कुछेक लोगों से बंद कमरे मे गुप्तगू कर मामले को सुलझाने में कामयाब हो गए हैं।

*आखिर क्यो चाहत रखते और क्यो सत्ता में काबिज होना चाहते है इस ग्राम पंचायत से हो गए मालामाल*

(रोलू) ने बताया कि सदर क्षेत्र की ग्राम पंचायत शहाबुद्दीनपुर मे हुई पंचायत मैं जिला पंचायत सदस्य पद के नाम का तो निर्णय ले लिया गया है लेकिन आगामी ग्राम पंचायत चुनाव को लेकर किसी के नाम की कोई सहमति नहीं बनी क्योंकि आगामी इस ग्राम पंचायत चुनाव के कई दावेदार चुनाव मैदान में आमने-सामने है। इस ग्राम पंचायत प्रधान पद पर कौन रहेगा इसका फैसला भू माफिया ही करते हैं क्योंकि इन भू माफियाओं द्वारा ग्राम सभा की भूमि को बंदरबांट करने में आसानी रहती है (रोलू) ने इसका जीता जागता उदाहरण देते हुए बताया कि कुछेक सालों मे अनेकों राजमिस्त्री,रिक्शा चालक, टायर पंचर एवं झोली से मूंगफली बेचने वाले आदि सरकारी संपत्तियों को भी बेचकर कुछेक सालों में देखते ही देखते यह भू माफियाओं की टोली करोड़पति बन गई हैं।यदि प्रशासन इनकी निष्पक्ष जांच कराए तो इनकी जन्म कुंडली का काला चिट्ठा उजागर हो जाएगा। भू माफियाओं की इस टोली मे कुछेक ऐसे लोग भी शामिल है जो जनता को घर मकान बनाने के नाम पर जमीन उपलब्ध करवाने के नाम पर ठगी करते रहते है जब जमीन के नाम पर ठगी की शिकायत अधिकारियों के यहां की जाती है तो यह पूरी मंडली इकट्ठा होकर अधिकारियों से सेटिंग गेटिंग कर मामले को रफा-दफा करवाने में अपनी अहम भूमिका निभाते हैं।(रोलू)ने बताया कि क्षेत्र में ऐसे कई पीड़ित व्यक्ति है,जो इनका शिकार हो चुके हैं।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Thank you, for a message universal express.

पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया

पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को बृहस्पतिवार को ...